जी-20 (G-20) से आप क्या समझते हैं? विस्तृत व्याख्या कीजिए।
बीस वित्त मंत्रियों एवं सेंट्रल बैंक के गवर्नर्स का समूह (जी-20 तथा बीस का समूह के रूप में भी जाना जाता है) जो कि विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों एवं केन्द्रीय बैंक के गवर्नर्स का एक संघठन है, जिसमें 19 देश एवं यूरोपीय संघ शामिल हैं। जिसका प्रतिनिधित्व यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एवं यूरोपीय केंद्रीय बैंक द्वारा किया जाता है। 12वें जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन 7 एवं 8 जुलाई 2017 को हैम्बर्ग (जर्मनी) में किया गया। इसकी स्थापना 1999 ई. में की गई थी। जिसका उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रणाली बद्ध महत्त्वपूर्ण औद्योगिक एवं विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को एक साथ लाने के लिए महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाती है। इसके 20 सदस्य देशों के नाम निम्नवत् हैं- अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, ई.यू., फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका ।
G-20 के कार्यों की व्याख्या- रोजगार के प्रचुर अवसर वाले आर्थिक सुधारों को प्रश्रय देने तथा दुनिया को आतंकवाद के कहर से मुक्ति दिलाने की प्रतिबद्धता के साथ दुनिया के आर्थिक रूप से विकसित एवं विकासशील देशों के संगठन जी-20 के नेताओं की शिखर बैठक के दौरान महत्त्वपूर्ण निर्णय लिये जाते हैं। जी-20 में सम्मिलित कुछ प्रमुख संस्थाएँ हैं- अन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष, विश्वबैंक, इण्टरनेशनल मानेटरी एण्ड फाइनेंशियल कमेटी ऑफ द आई. एम. एफ. ।
उल्लेखनीय है कि जी 20 (Group of Twenty Finance Minsiter & Central Bank Governers) विश्व की 19 सबसे बड़ी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं एवं यूरोपीय संघ के वित्त मंत्रियों और केन्द्रीय बैंकों के गवर्नरों का समूह है। इसका औपचारिक गठन 1997-99 के वित्तीय संकट के बाद वैश्विक वित्तीय स्थिरता को बढ़ाने की कवायद के रूप में 26 सितम्बर 1999 के ब्रेटनवुड्स संस्थापक प्रणाली ढाँचे के भीतर वाशिंगटन में सम्पन्न हुए जी-7 के वित्त मंत्रियों के सम्मेलन में किया गया था। जी-20 के गठन क्रमबद्ध रूप से महत्त्वपूर्ण देशों के मध्य अन्तर्राष्ट्रीय वित्तीय संरक्षित करने के लिए। एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराना है। जी-20 बिना किसी स्थायी सचिवालय या कर्मचारियों के कार्य करता है। इसकी अध्यक्षता वार्षिक आधार पर विभिन्न क्षेत्रीय समूहों से निर्धारित की जाती है। उदाहरण के लिए यहाँ पर 12वाँ G-20 शिखर सम्मेलन की प्रमुख बातों को वर्णित किया जा रहा है-
G-20 शिखर सम्मेलन-
G-20 का 12वाँ शिखर सम्मेलन 7-8 जुलाई 2017 के मध्य हैम्बर्ग (Hamburg) जर्मनी में सम्पन्न हुआ। इसकी प्रमुख बातें निम्नवत् हैं–
(1) जर्मनी ने G-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता पहली बार की है।
(2) इस शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने बतौर अध्यक्ष की।
(3) इस शिखर सम्मेलन में यूरोपीय संघ के अध्यक्ष समेत सभी सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने ” प्रतिभाग किया।
(4) इस सम्मेलन में स्पेन स्थायी मेहमान के रूप में, नार्वे, नीदरलैंड्स एवं सिंगापुर जी-20 प्रक्रिया के सहयोगी देश के रूप में, वहीं क्षेत्रीय संगठनों में अफ्रीकन यूनियन (AU) के प्रतिनिधि के रूप में गिनी, एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन (APEC) के प्रतिनिधि के रूप में वियतनाम एवं न्यू पार्टनरशिप फॉर अफ्रीका डेवलपमेंट (NEPAD) के प्रतिनिधि के रूप में सेनेगल शामिल हुआ।
(5) इस शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्रमोदी जी ने किया।
(6) प्रधानमंत्री ने इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, “जी-20 को सामूहिक रूप से आतंकवाद के वित्तपोषण, आतंकवादी संगठनों, उनके आश्रयों, आतंक के समर्थकों तथा प्रायोजकों का विरोध करना चाहिए।”
(7) इसके साथ ही साथ उन्होंने पेरिस समझौते को उसकी भावना के अनुरूप लागू करने की भारत की प्रतिपद्धता को दोहराया तथा जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए जरूरी रूप से विश्व स्तर पर इसके कार्यान्वयन का उल्लेख किया।
(8) सम्मेलन में शिरकत करने के अलावा प्रधानमंत्री ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टुडो, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून-जे-इन, इटली के प्रधानमंत्री पाओलो जेटिलोनी, नार्वे के प्रधानमंत्री एरना सोलबर्ग, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरिशियो मॉकरी, ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा तथा वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुयेन झुआन फूस से मुलाकात की।
(9) ज्ञातव्य है कि G-20 अन्तर्राष्ट्रीय आर्थिक तथा वित्तीय व्यवस्था से संबंधित मामलों पर सहयोग एवं परामर्श का एक महत्त्वपूर्ण मंच है।
(10) इसमें 19 देश तथा यूरोपीय संघ शामिल हैं।
(11) इसमें सम्मिलित सदस्य इस प्रकार हैं- अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका एवं यूरोपीय संघ।
(12) G-20 समूह के सभी सदस्य समग्र रूप से विश्व की जनसंख्या का 2/3 विश्व जी.डी.पी. का लगभग 85 प्रतिशत तथा विश्व व्यापार का लगभग 75 प्रतिशत भाग का प्रतिनिधित्व करते हैं।
(13) G-20 की स्थापना पूर्व एशियाई वित्तीय संकट के बाद वर्ष 1999 में हुई।
(14) स्थापना के बाद वर्ष 2000 से प्रतिवर्ष इसके सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों तथा केन्द्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक प्रारंभ हुई।
(15) वैश्विक आर्थिक एवं वित्तीय संकट के मद्देनजर वर्ष 2008 से G-20 के राष्ट्राध्यक्षों/ शासनाध्यक्षों की शिखर बैठक प्रारम्भ हुई।
(16) वर्ष 2010 तक इसे अर्धवार्षिक आधार पर आयोजित किया गया, किन्तु वर्ष 2011 से इसे प्रतिवर्ष आयोजि किया जा रहा है।
(17) उल्लेखनीय है कि G-20 का 11वाँ शिखर सम्मेलन हांगझाऊ (चीन) में किया गया था।
(18) जी-20 का 13वाँ शिखर सम्मेलन वर्ष 2018 में अर्जेंटीना में प्रस्तावित है।
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