निर्देशन के प्रकार | Nirdeshan Ke Prakar in Hindi
प्राक्टर का वर्गीकरण-
प्राक्टर ने 1930 में निर्देशन के निम्न 6 प्रकार बतायें हैं-
1. व्यावसायिक एवं रोजगारपकर निर्देशन।
2. शैक्षिक निर्देशन।
3. सामाजिक तथा नागरिक गतिविधियों के लिए दिया जाने वाला निर्देशन।
4. चरित्र-निर्माण के लिए दिया जाने वाला निर्देशन ।
5. अवकाश के सदुपयोग का निर्देशन।
6. शारीरिक समस्याओं तथा स्वास्थ्य सम्बन्धी निर्देशन।
ब्रीवर का वर्गीकरण-
प्राक्टर के बाद नीवर ने 1932 में प्राक्टर द्वारा बताये गये निर्देशन के प्रकारों की संख्या में वृद्धि कर दी। इन्होने निम्नलिखित दस प्रकारों का वर्णन किया है-
1. शैक्षिक निर्देशन, 2. व्यावसायिक निर्देशन, 3. धार्मिक निर्देशन, 4. घरेलू रिश्तों और सम्बन्धों के लिए निर्देशन, 5. नागरिकता का निर्देशन, 6. मनोरंजन और अवकाश के उपयोग के लिए निर्देशन, 7. व्यक्तिगत विकास के लिए निर्देशन, 8. उचित कार्य का बोध कराने के लिए निर्देशन, 9. सहयोग और विचार से सम्बन्धित निर्देशन, 10. सांस्कृतिक कार्यों के लिए निर्देशन।
पैटरसन का वर्गीकरण-
पैटरसन ने केवल 5 प्रकार के निर्देशनों का उल्लेख किया है जो अग्रलिखित हैं-
1. शैक्षिक निर्देशन, 2. व्यावसायिक निर्देशन, 3. व्यक्तिगत निर्देशन, 4. आर्थिक निर्देशन, 5. स्वास्थ्य से सम्बन्धित निर्देशन।
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