व्यावसायिक वातावरण की प्रमुख विशेषताएँ-Business Environment Characteristics in Hindi
व्यावसायिक वातावरण की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
(1) व्यावसायिक पर्यावरण आर्थिक पर्यावरण का एक अंग होता है।
(2) व्यावसायिक किसी राष्ट्र के विकास को सर्वाधिक प्रभावित करती है।
(3) व्यावसायिक पर्यावरण में देश की विभिन्न आर्थिक नीतियों का समावेश होता है।
(4) किसी राष्ट्र के व्यावसायिक पर्यावरण को उस राष्ट्र में प्रचलित आर्थिक दशाएँ प्रभावित करती है।
(5) किसी राष्ट्र के व्यावसायिक पर्यावरण के निर्माण में उस राष्ट्र द्वारा अपनायी गयी आर्थिक प्रणाली का अत्यधिक प्रभाव पड़ता है।
(6) व्यावसायिक पर्यावरण स्थिर न होकर परिवर्तनीय होता है।
(7) व्यावसायिक पर्यावरण में बाह्य तत्त्व अनियन्त्रित होता है।
(8) व्यावसायिक पर्यावरण व्यवसाय के लिए सकारात्मक एवं नकारात्मक भी हो सकता है।
(9) व्यावसायिक पर्यावरण व्यक्ति एवं समष्टि होता है।
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व्यावसाय का प्रभावित करने वाले कारक/घटक/तत्त्व
व्यावसायिक वातावरण को प्रभावित करने वाले तत्त्व निम्नलिखित हैं-
1. आर्थिक तत्त्व
किसी भी व्यवसाय की उन्नति के लिए आर्थिक तत्त्व अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि जिस देश की आर्थिक स्थिति जितनी अच्छी होगी व्यवसाय भी उतना ही अच्छा होगा। जिस देश की प्रतिव्यक्ति आय एवं राष्ट्रीय आय की दर जितनी ज्यादा होगी उस देश के नागरिक भी उतने ही धनवान व सम्पन्न होंगे और अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने लिए अधिक खर्च कर सकेंगे। चूँकि व्यवसाय के अन्तर्गत लाभार्जन हेतु वस्तुओं तथा सेवाओं प्रदान किया जाता है। अतः जब देश के नागरिक सम्पन्न होंगे तब ही वे सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे और उसके बदले में खर्च कर सकेंगे, अत: देश की आर्थिक स्थिति किसी भी व्यवसाय को अत्यधिक प्रभावित करती है।
2. राजनीतिक तत्त्व
राजनीतिक स्थिरता किसी देश के व्यावसायिक वातावरण लिए अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होती है। व्यवसाय के विकास के लिए देश में अमन चैन होना अत्यधिक जरूरी होता है तथा एक स्थिर उद्योग नीति भी व्यावसायिक क्रिया-कलापों की उन्नति में सहायक होती है। जिस देश का राजनीतिक वातावरण उथल-पुथल भरा होता है तथा जल्दी-जल्दी सरकारें बदलती है उस देश में उद्योग नीति भी बदलती रहती है। हर नई सरकार अपने अनुरूप अपनी नीतियाँ तय करती है जिससे उद्योगों को नई समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं और उन्नति पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। अतः राजनीतिक वातावरण भी व्यावसायिक वातावरण को प्रभावित करता है।
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3. तकनीकी तत्त्व
विज्ञान की प्रगति के साथ-साथ उद्योगों की भी प्रगति होती है। अर्थात् जैसे-जैसे नयी तकनीकें विकसित होती है, उद्योग भी विकसित होते हैं। किसी देश में तकनीकी ज्ञान का विकास जितना अधिक होगा उस देश के उद्योग उतने ही अधिक विकसित होंगे। वर्तमान युग वैज्ञानिक युग है और वर्तमान समय में तकनीकी ज्ञान व्यावसायिक वातावरण को धक प्रभावित करता हैं।
4. अन्तर्राष्ट्रीय तत्त्व
वर्तमान युग किसी भी व्यवसाय के लिए अन्तर्राष्ट्रीय वातावरण में बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। वर्तमान युग में सुरक्षित एवं सरक्षित बाजार समाप्त हो गये है तथा संचार एवं यातायात की सुविधाओं के तेजी से विकास के कारण विश्व का आकार बहुत छोटा प्रतीत होने लगा है। अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार बढ़ रहा है और बहुराष्ट्रीय कम्पनियां प्रत्येक देश में अपनी व्यावसायिक सेवायें उपलब्ध करा रहे है, ऐसे में प्रत्येक व्यवसाय के लिए आवश्यक है कि अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की जानकारी करें।
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