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सामान्य अभिरुचि परीक्षण श्रृंखला-The General Aptitude Test Battery :Gatb

सामान्य अभिरुचि परीक्षण श्रृंखला
सामान्य अभिरुचि परीक्षण श्रृंखला

सामान्य अभिरुचि परीक्षण श्रृंखला पर एक निबन्ध लिखिए।

सामान्य अभिरुचि परीक्षण श्रृंखला (The General Aptitude Test Battery :Gatb– सामान्य अभिरुचि परीक्षण शृंखला का विकास संयुक्त राज्य अमेरिका U.S.A. की सेवायोजन सेवा के द्वारा किया गया। इस परीक्षण का उपयोग, सेवायोजन निर्देशन से सम्बद्ध संस्थाओं द्वारा किया जाता है। इस परीक्षण शृंखला का निर्माण, व्यवसाय सम्पादन से सम्बद्ध थर्सटन के कारकीय विश्लेषण के परिणामों के आधार पर हुआ है। वर्तमान में प्रचलित जी. ए. टी. बी. के अन्तर्गत, आठ कागज पेन्सिल के उपयोग तथा चार उपकरण परीक्षण (Apparatus tests) सम्मिलित हैं। इस परीक्षण द्वारा निम्न नौ कारकों से समबद्ध माप एकत्र किये जाते हैं-

1. तर्क योग्यता (Reasoning ability)-इस माप से समबद्ध परीक्षण तीन उपक्षेत्रों- शब्द ज्ञान, त्रिआयामी स्थान बोध तथा गणितीय योग्यता, के संयुक्त मूल्यांकन पर आधारित है।

2. शाब्दिक अभिरुचि (Verbal aptitude)-इस कारक से सम्बन्धित परीक्षण इकाइयों के द्वारा व्यक्ति के भाषा, अक्षर एवं व्याकरण ज्ञान की परीक्षा की जाती है।

3.संख्यात्मक अभिरुचि (Numerical aptitude)-इस कारक से सम्बद्ध माप व्यक्ति की गणना तथा गणितीय तर्क क्षमता का मूल्यांकन करते हैं।

4. स्थानिक अभिरुचि (Spatial aptitude)- इसमें व्यक्ति की त्रिआयामी स्थान बोध क्षमता को परखने का यत्न किया जाता है।

5. आकार प्रत्यक्षीकरण (From Perception)-इस परीक्षण में सम्बन्धित इकाइयों में व्यक्ति के विभिन्न आकार के मध्य भेद या समानता वाले आकारों को निर्दिष्ट करना होता है। आमतौर पर ये आकार विभिन्न औजारों या दैनिक जीवन में उपयोग में लाये जाने वाले विद्युत एवं यान्त्रिक उपकरणों के होते हैं।

6. लिपिक प्रत्यक्षीकरण (Clerical perception)-से सम्बन्धित परीक्षण इकाइयों में व्यक्ति को विभिन्न दिये गये नामों की तुलना करके निष्कर्ष निकालने होते हैं।

7. गति संयोजन (Motor co-ordination)-परीक्षण में व्यक्ति को 1 सेकेण्ड में दिये गये वर्गों में अधिकाधिक संख्या में पाई का चिन्ह अंकित करना होता है।

8. अँगुली दक्षता (Finger dexterity)-से सम्बद्ध परीक्षण में व्यक्ति के दोनों हाथों के उपयोग की क्षमता का मापन किया जाता है। इसमें 50 छेद वाला एक खाली बोर्ड तथा दूसरा 50 डण्डियों वाला वाशर सहित भरा बोर्ड होता है। भरने की क्रिया में खाली बोर्ड के विभिन्न आकार वाले छेदों में, डण्डियों वाले बोर्ड से समरूप आकार के वाशर निकालकर शीघ्रातिशीघ्र छेदों में डालना होता है। परीक्षण के दूसरे चरण में इस प्रकार पूर्ण किये बोर्ड में से वाशरों को निकालकर उनके सर्व नियत स्थानों पर पुनः लगाना होता है।

9. शारीरिक दक्षता (Bodily dexterity)-परीक्षण भी उपरोक्त अँगुली दक्षता परीक्षण से बहुत कुछ मिलता-जुलता ही है। इसमें भी दो बोर्ड होते हैं। पहले बोर्ड में 48 खूटियाँ होती हैं, तथा बोर्ड में इतने ही छेद होते हैं। व्यक्ति को परीक्षण कार्य के अन्तर्गत शीघ्रताशीघ्र खूटियाँ एक बोर्ड से निकालकर, दूसरे बोर्ड के छिद्रों में लगानी होती हैं। परीक्षण के द्वितीय चरण दूसरे बोर्ड से इन लगायी गयी खूटियों को निकालकर उनके पूर्व स्थानों पर जल्द-से-जल्द लगाने का यत्न करता है।

सामान्य अभिरुचि परीक्षण शृंखला के लिये आमतौर पर सवा दो घण्टे का समय पर्याप्त माना जाता है। इस परीक्षण का स्वरूप एवं मूल्यांकन क्षमता इतनी व्यापक है कि कृषि, उद्योग तथा अन्य विभिन्न क्षेत्रों से सम्बद्ध हजारों व्यवसायों हेतु, व्यक्ति की अभिरुचि का पता इससे सहजता से लगाया जा सकता है। वर्तमान में यह परीक्षण अत्यन्त लोकप्रिय हुआ है तथा अमेरिका के अतिरिक्त अन्य 27 राष्टों में भी, सेवायोजन निर्देशन कार्य हेतु इसका बहुलता से उपयोग किया जा रहा है।

इन उपर्युक्त परीक्षणों के अतिरिक्त, निर्देशन हेतु उपयोग में लाये जाने वाले और भी अनेक परीक्षण हैं, जिनकी एक संक्षिप्त सूची सुपर (Super) ने निम्न प्रकार से प्रस्तुत की है-

1. फ्लैनगैन अभिरुचि वर्गीकरण परीक्षण (Flanagen aptitude classification tests),

2. गिलफोर्ड-जिम्मरमैन अभिरुचि सर्वेक्षण (Guilford-Zimmerman aptitude survey),

3. होल्जिगर-क्राउडर एक कारकीय परीक्षण (Holizinger-Crowder uni-factor tests),

4. बहुल अभिरुचि परीक्षण (Multiple aptitude tests),

5. प्रथकमिक मानसिक योग्यताओं का परीक्षण (Test of primary mental abilities)- निर्देशन कार्यक्रमों में उपयोग में लाये जाने वाले परीक्षणों का क्षेत्र केवल अभिरुचि मापन तक सीमित नहीं है वरन् निर्देशन हेतु अपेक्षित सूचना की प्रकृति को ध्यान में रखते हुये ही व्यक्तित्व, अभिवृत्ति, अभिरुचि, रुचि, बुद्धि, मानसिक एवं शारीरिक योग्यता से सम्बद्ध विभिन्न परीक्षणों में से, किन्हीं उपयोगी परीक्षणों का चयन किया जाता है। निर्देशन हेतु सही सूचनाओं की प्राप्ति बहुत कुछ उपयुक्त परीक्षण के चयन एवं उसके सफल प्रयोग पर भी निर्भर है।

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