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जापान के औद्योगिक प्रदेश | Industrial Regions of Japan in Hindi

जापान के औद्योगिक प्रदेश | Industrial Regions of Japan in Hindi
जापान के औद्योगिक प्रदेश | Industrial Regions of Japan in Hindi

जापान के औद्योगिक प्रदेशों का विवरण दीजिए। 

जापान का 74 प्रतिशत औद्योगिक उत्पादन जापान की औद्योगिक मेखला में होता है जो प्रशान्त तट पर पूर्व में काण्टो मैदान से आन्तरिक सागर होते हुए पश्चिम में जापान सागर तट पर उत्तरी क्यूशू तक फैला है। सम्पूर्ण श्रमिकों के 80 प्रतिशत श्रमिक इसी क्षेत्र में लगे हैं विभिन्न प्रकार के भारी पैमाने पर उद्योग इसी मेखला में केन्द्रित है। इस प्रकार जापान को चार प्रधान औद्योगिक प्रदेशों में विभक्त किया जा सकता है, जहाँ सम्पूर्ण जापान के 85 प्रतिशत लौह इस्पात, 69 प्रतिशत इंजीनियरिंग सामान, 50 प्रतिशत रसायन तथा 61 प्रतिशत वस्त्र उद्योग के कारखाने केन्द्रित हैं। इन केन्द्रों में आयातित कच्चे माल का अधिक प्रयोग होता है। जापान में चार औद्योगिक प्रदेश और अनेक औद्योगिक केन्द्र विह्नित किये गये हैं।

अनुक्रम (Contents)

जापान के औद्योगिक प्रदेश

जापान में उद्योगों का विकास प्रायः उन क्षेत्रों में हुआ है जहाँ का धरातल समतल हैं और जो जनसंख्या प्रधान क्षेत्र है। इस प्रकार कृषि क्षेत्रों और औद्योगिक क्षेत्रों में सन्निकटता पाई जाती है। औद्योगिक भूदृश्यों के विकास के साथ-साथ नगरीकरण में जहाँ वृद्धि हो रही है, वहीं कृषि क्षेत्रों में संकुचन हो रहा है।

1. कीहिन या क्वान्तो औद्योगिक प्रदेश- इसे टोकियो-याकोहाना औद्योगिक प्रदेश भी कहते हैं। इस औद्योगिक प्रदेश में जापान की 17 प्रतिशत जनसंख्या निवास करती है, जिसमें कावासाकी टोकियो-याकोहामा सान्नगर तथा विचबा नगर आते हैं। यह औद्योगिक प्रदेश जापान के औद्योगिक उत्पादों का 31 प्रतिशत उत्पादन करता है। युद्ध काल के बाद यह औद्योगिक प्रदेश हान्शिन से आगे निकल गया, क्योंकि सरकार ने यहाँ पर अनेक उद्योगों को स्थापित किया। इस औद्योगिक प्रदेश के विकास के लिए यहाँ अनेक अनुकूल परिस्थितियाँ सुलभ हैं, जैसे उत्तम बन्दरगाह की सुविधा, उपयुक्त जलवायु, समतल धरातल, सस्ते और कुशल श्रमिक, कच्ची सामग्री, यातायात, पूँजी और शक्ति के साधन।

इस औद्योगिक प्रदेश में हल्के और भारी दोनों प्रकार के उद्योगों की प्रधानता है, जिसमें वस्त्र मशीनरी लौह इस्पात, रसायन, छपाई, सीमेण्ट, विद्युत उपकरण, रखर सामग्री, घडी, इलेक्ट्रानिक सामग्री, सायकिल, पेट्रो-रसायन और फर्नीचर उद्योग विशेष उल्लेखनीय है।

2. हान्शिल या किन्की ओद्योगिक प्रदेश- इसे ओसाका-कोबे औद्योगिक प्रदेश भी कहा जाता है। यह औद्योगिक प्रदेश आन्तरिक सागर के उत्तर-पूर्व में स्थित है। यह जापान का द्वितीय सबसे बड़ा औद्योगिक प्रदेश हैं यह जापान का सबसे प्राचीन औद्योगिक एवं व्यापारिक क्षेत्र भी है। यह प्रदेश योदो नदी द्वारा निर्मित सेत्सू मैदान में अंग्रेजी के टी अक्षर के अनुरूप फैला है। किनकी प्रदेश के दक्षिणी-पीव झोगो, ओसाका, पूर्वी क्योटो, पश्चिमी नारा तथा पश्चिमी वाकायामा प्रिफ्रेक्चर में इस प्रदेश का विस्तार है।

ओसाका इस प्रदेश का प्राचीन व्यापारिक बन्दरगाह है। इस प्रदेश के उद्योगों में विविधता पाइ जाती है। ओसाका-कोबे और क्योटो सन्नगर के रूप में विकसित हो रहे है। ओसाका योदो नदी पर बसा जापान का टोकियो तथा याकोहामा के पश्चात् तृतीय सबसे बड़ा नगर है। ओसाका जापान का मैनचेस्टर कहलाता है। यह वस्त्रोद्योग का बहुत बड़ा केन्द्र है, जिसमें सूती वस्त्रों का सर्वाधिक महत्व है। इसके अतिरिक्त यहाँ पर भारी इंजीनियरिंग जिसमें जलयान निर्माण तथा रेल इंजन का निर्माण सम्मिलित है, का विकास हुआ है। साथ ही लौह-इस्पात, रसायन, मशील प्लास्टिक, कागज तथा वैद्युतिक उद्योगों का भी विकास हुआ है। ओसाका के पास विस्तृत औद्योगिक प्लाण्ट, शिपयार्ड, तेलशेधनशालाएं आदि विकसित है। इसके अतिरिक्त ओसाका में लघु आकार की औद्यागिक इकाइयों का भी विकास हुआ हैं। इन इकाइयों में थर्मस फ्लास्क, साइकिल, खिलौने, कलम, हैण्डबैग तथा कैमरों के पुर्जे बनाये जाते है। ओसाका में भारी उद्योगों का विकास औद्योगिक विकास के द्वितीय चरण में हुआ।

इस औद्योगिक प्रदेश का द्वितीय नगर कोबे है, जहाँ भारी उद्योगों का विकास हुआ है। जहाज निर्माण, तल शोधन, संरचनात्मक इंजीनियरिंग, पेट्रो-रसायन आदि यहाँ के प्रमुख उद्योग है। वर्तमान समय में सर्वाधिक घरेलू एवं अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार (18.53 प्रतिशत) कोबे बन्दरगाह से हो रहा है। 2005 में अर्राष्ट्रीय व्यापार का 7.4 प्रतिशत आयात और 7.6 प्रतिशत निर्यात यहाँ से हुआ था।

3. चुक्यो या नगोया औद्योगिक प्रदेश- इसे नगोया औद्योगिक प्रदेश भी कहा जाता है। यह औद्योगिक प्रदेश बीवा झील के उत्तर-पूर्व में किसो नदी द्वारा निर्मित नोबी मैदान में फैला हुआ है। इसके अन्तर्गत किनकी प्रदेश के उत्तर ‘मी’ तथा टोकाई प्रदेश के आइशी प्रिफ्रेक्चर आते हैं। आइस खाड़ी के उत्तर में स्थित यह जापान का तृतीय महत्वपूर्ण औद्योगिक प्रदेश हैं।

इस औद्योगिक प्रदेश में स्थित नगोया जापान का चतुर्थ सर्वाधिक बड़ा नगर है। यह एक अन्तर्राष्ट्रीय पत्तन भी है, जहाँ पर समस्त व्यापार का 13.4 प्रतिशत व्यापार सम्पन्न होता है। 2005 में इस बन्दरगाह से अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का 7 प्रतिशत हुआ था। यह एक आधुनिक नगर है, जिसका विस्तार तीव्र गति से हो रहा है। वस्त्रोद्योग (सूती, ऊनी, रेशमी, सिन्थेटिक फाइबर) याहँ के प्रमुख उद्योग है। इसके अतिरिक्त यहाँ वस्त्रोद्योग की मशीनों का भी निर्माण होता है। सिलाई मशीन तथा वैद्युतिक सामानों के लिए भी यह केन्द्र विख्यात है। जहाज निर्माण, मोटरगाड़ी उद्योग, इंजन निर्माण, बर्तन एवं रसायन उद्योग भी विकसित है।

4. कानमान या किता-क्यूशू औद्योगिक प्रदेश- इसे नागसाकी-मौजी औद्योगिक प्रदेश भी कहा जाता है। इस औद्योगिक प्रदेश के अन्तर्गत उत्तरी क्यूशु के फुकुओका, सेगा, नागासाकी एवं चुगोकू प्रदेश का दक्षिणी यामागुची प्रिफ्रेक्चर आते हैं। यह जापान का चतुर्थ बड़ा औद्योगिक प्रदेश है। परन्तु यह अन्य तीन औद्योगिक प्रदेशों से भिन्न है। क्योंकि यह औद्योगिक प्रदेश निकटवर्ती चिकुहो कोयला क्षेत्र पर निर्भर हैं, जबकि अन्य उद्योग आयातित शक्ति का एवं कच्चे माल पर आश्रित है। किता-क्यूशू और निकटवर्ती नगरों का विकास औद्योगिक सन्नगर के रूप में हो रहा है। यहाँ पर भारी इंजीनियरिंग उद्योग का विकास चिकुहो कोयला क्षेत्र के कारण हो रहा है। इस प्रदेश में कई औद्योगि केन्द्र है जैसे यावाता में इस्पात उद्योग, नागासाकी में जलयान उद्योग, फुकुओका में इन्जीनियरिंग उद्योग तथा मोजी में समुद्री इन्जीनियरिंग उद्योगों का विकास हुआ है।

इस औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए समतल भूमि का अभाव है। इसलिए यहाँ पर जनसंख्या भी कम पाई जाती है। इस औद्योगिक प्रदेश के पास कोई बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय बन्दरगाह भी उपलब्ध नहीं होते हैं। इसलिए नहीं है। जनसंख्या की कमी से सस्ते और पर्याप्त श्रमिक उद्योगों का विकास सीमित क्षेत्र पर हो सका है।

उपरोक्त औद्योगिक प्रदेशों के अतिरिक्त अन्य कई छोटे-छोटे औद्योगिक केन्द्र देश में बिखरे हुए है। ऐसे सर्वाधिक केन्द्र तटीय भाग में पाये जाते है। सर्वाधिक केन्द्र आन्तरिक सागर के तटीय भाग में पाये पाते हैं। सर्वाधिक केन्द्र आन्तरिक सागर के तटीय औद्योगिक केन्द्रो के पास है। जिनसे समस्त औद्योगिक उत्पादन का 8.5 प्रतिशत उत्पादन प्राप्त होता है। हिमजी में लोहे को पिघलाकर इस्पात तैयार किया जाता है। हिमजी में लोहे को पिघलाकर इस्पात तैयार किया जाता है। औटेक-इवाकुनी में पेट्रो-रसायन, कुरे में जलयान, हीरोशिमा में मशीन निर्माण, ओकायामा में वस्त्रोद्योग तथा उत्तरी शिकोकू में रसायन उद्योगों का विकास हुआ टोकाई में कई छोटे-छोटे औद्योगिक केन्द्र हैं जहाँ जल विद्युत शक्ति की सुविधा उपलब्ध है। यहाँ पर इन्जीनियरिंग, वस्त्रोद्योग, लुगदी तथा कागज बनाने के उद्योग केन्द्रित है। यह समस्त जापान का 4 प्रतिशत औद्योगिक उत्पादन करता है। हामात्सू में वस्त्रोद्योग तथा इन्जीनियरिंग उद्योग का विकास हुआ है। शिजुओका, फ्यूजी, योशीनारा, फ्यूजीनोमिया और नुमजू खाद्य पदार्थ कागज, काष्ठ सामग्री रसायन धातु तथा वस्त्रोद्योग के लिए विख्यात है। फ्यूजी, हकोनी तथा इजू प्रायद्वीप प्रमुख पर्यटनस्थल हैं, जहाँ प्रत्येक वर्ष लाखों पर्यटक विदेशों से आते हैं।

कुछ स्थानों पर ग्रामीण क्षेत्रों में भी उद्योगों का विकास हुआ है जो भार ह्रास मूलक उद्योग है। उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों के उन स्थानों पर स्थापित किया गया है। जहाँ उनका उत्पादन होता है। इससे बड़ा लाभ यह होता है कि यातायात व्यय में जहाँ बचत हो जाती है वहीं सस्ते श्रमिक उपलब्ध होने के कारण उत्पादन लागत कम पड़ जाती हैं। सुडा में रबड़ उद्योग तथा नारा प्रिफ्रेक्चर में कई छोटे-छोटे उद्योग केन्द्रित हैं, जिनमें वस्त्र, लकड़ी के सामान, कागज, उद्योग, खाद्य पदार्थ, कृषि के औजार आदि बनाये जाते हैं। ये उद्योग बाहर से आयातित कच्चे माल और ईंधन पर आश्रित नहीं है। इसके अतिरिक्त इन्हें बन्दरगाहों की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसलिए छोटे-छोटे नगरों में केन्द्रित पाये जाते है।

औद्योगिक मेखला से बाहर स्थित औद्योगिक केन्द्रो से समस्त जापान का 26 प्रतिषत औद्योगिक उत्पादन होता है। वाह्य भागों में उद्योगों का विकेन्द्रीकरण मुख्य रूप से बड़े-बड़े नगरों के पास हुआ है। 2005 में होकैडो, टोहोकू, शिकोकू और क्यूशू समिमलित यप के समस्त जापान का 12 प्रतिशत औद्योगिक उत्पादन रूप के समस्त जापान का 12 प्रतिशत औद्योगिक उत्पादन किये थें यह उद्योग छोटे स्तर के है। जोबान और मुरोरान स्थनीय कोयले पर ती निगाता और एकिता आयातित खनिज तेल पर आधारित लौह-इस्पात और रसायन उद्योग के लिए प्रसिद्ध हैं होकूरिक के रसायन, वस्त्र और इन्जीनियरिंग उद्योग स्थानीय जल विद्युत शक्ति पर आधारित है। कामौशी में स्थित फ्यूजी लौह-इस्पात कम्पनी स्थानीय खनिजों पर आश्रित है। हांशू के उत्तरी-पूर्वी भाग में स्थित कमौशी औद्योगि क्षेत्र को लौह अयस्क सेण्डाई की खानों से उपलब्ध होता है। कामौशी एक व्यापारिक पत्तन भी है इसलिए आयात एवं निर्यात की सुविधा उपलब्ध है। निकटवर्ती क्षेत्रों में ताँबा, जस्ता और सीसा उपलब्ध होने के कारण यहाँ धातु शोधन का भी कार्य होता है।

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