भूगोल / Geography

चीन में कोयला के उत्पादन तथा वितरण | Production and distribution of coal in China in Hindi

चीन में कोयला के उत्पादन तथा वितरण | Production and distribution of coal in China in Hindi
चीन में कोयला के उत्पादन तथा वितरण | Production and distribution of coal in China in Hindi

चीन में कोयला के उत्पादन तथा वितरण का वर्णन कीजिएं अथवा चीन में खनिज संसाधनों का वर्णन कीजिए। 

खनिज संसाधन के दृष्टिकोण से चीन एक सम्पन्न देश है। यहाँ सदियों पूर्व से खनिजों का उपयोग होता रहा है। 1916 में यहाँ प्रथम बार खनिजों का सर्वेक्षण कराया गया लेकिन इसके बाद इसके उत्पादन और उपयोग को गति मिल सकी लेकिन साम्यवादी शासन की स्थापना के पूर्व यहाँ के खनिजों की पूरी जानकारी नहीं था। फलतः उत्पादन और उपयोग के लिए कोई निश्चित योजना नहीं थीं साम्यवादी सरकार की स्थापना के साथ नये सिरे से आकलन उत्पादन और उपयोग के कार्यक्रम शुरू किये गये। कोयला खनिज तेल लौह अयस्क, एन्टिमनी गारनेट, बॉक्साइड, ताँबा, सीसा मैग्रेसाइड, मैंगनीज पारा ऐसबेस्टस और गंधक के उत्पादन में चीन को सफलता मिली जिसके कारण इनके उत्खनन एवं वस्तु निर्माण उद्योग में आशातीत वृद्धि हुई। चीन एन्टिमनी और गारनेट के उत्पादन में विश्व में वृतीय फेल्सपार मोलीबेडनम, ऐस्बेसटस और सेफाइअ में पंचम, सीसा में षष्टम, लौह अयस्क में सप्तम एवं में चूना पत्थर, बैराइट, पाइराइट और गंधक के उत्पादन में विश्व का दशम देश है। इसके अतिरिक्त क्रोमाइट, निकिल, तासँबा, फास्फेट, पारा, जस्ता, पोटास और अंगस्टन का भी पर्याप्त उत्पादन होता हैं पहले चीन में खनिज तेल का उत्पाउदन बहुत कम था लेकिन उत्पादन इतना बढ़ गया है कि चीन आत्मनिर्भर होने लगा है। हाल के वर्षों में कुछ खनिज तेल जापान को निर्यात होने लगे है। स्पष्ट है कि चीन खनिज तेल, कोयला और बिजली के समुचित उत्पादन से ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मानिर्भर हो गया है।

कोयला- कोयला के संचित भण्डार में चीन संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के बाद विश्व का तीसरा बड़ा देश है। यहाँ का संचित भण्डार वर्तमान अनुमानों रूस के बाद विश्व का तीसरा बड़ा देश हैं यहाँ का संचित भण्डार वर्तमान अनुमानों के अनुसार 9,600 अरब टन हैं 1934 में यही केवल 3 करोड़ टन कोयले का उत्पादन हुआ था जबकि 1993 में 63 करोड़ से अधिक कोयला उत्पादित हुआ यहाँ अधिकैश कोयला उच्चकोटि एन्थ्रासाइट एवं बिटुमिनस वर्ग का है। चीन अब विश्व का 20 प्रतिशत कोयला अकेले उत्पादित करने लगा है।

गुण, परत की मोटाई, संरचना खुदाई की सुविधा तथा प्रादेशिक वितरण की दृष्टि से यहाँ कोयले का संचित भण्डार बहुत असंतुलित है। हालांकि लगभग सभी प्रान्तों में कुछ न कुछ कोयले का भण्डार उपलब्ध है। यहाँ के संचित भण्डार का 31.8 प्रतिशत शांसी, 25.6 प्रतिशत आंतरिक मंगोलिया, 7 प्रतिशत होनान, 6.5 प्रतिशत उत्तरी-पूर्वी चीन, 5.5 प्रतिशत हूपे, 5.5 प्रतिशत शेन्सी तथा 3.6 प्रतिशत सिक्यांग प्रान्त में आंकलित है। यहाँ तीस से अधिक बड़े तथा सैकड़ों छोटे उत्खनन क्षेत्र हैं। छोटी-छोटी हजारों खदानों में उत्पादन होता है। संसार का बिटुमिनस तथा एन्थ्रासाइट कोयले के वृहत्तम् संचित भण्डार उत्तर-पश्चिम में शांसी, शेंसी, कासम, होनान, हूपे तथा आन्तरिक मंगोलिया प्रदेशों में मिलता है। मंचूरिया के कोयला क्षेत्र का विकास जापानियों ने किया था। यहाँ उच्चकोटि का बिटुमिनस कोयला मिलता है। परन्तु यह कोक के लिए कम ही उपयुक्त है। यहाँ परतें मोटी और धरातल के समीप हैं, अतः उत्पादन लागत कम है। यहाँ फुशुन तथा फुहशिन प्रमुख कोयला भण्डार तथा उत्पादन क्षेत्र हैं। फुशुन (मुकड़ेन से 32 किमी (0) में विश्व की सर्वाधिक ज्ञान मोटी परत (125 मीटर) मिली हैं। पेन्सिहू सर्वश्रेष्ठ कोक कोयला क्षेत्र है। मंचूरिया में 1,700 करोड़ टन बिटुमिनस तथा 450 करोड़ लिग्राइट कोयले का भण्डार है।

कोयला उत्पादन में चीन का होपे प्रान्त अग्रणी है। जहाँ चीन का 20 प्रतिशत कोयला प्रतिवर्ष उत्पादित होता है। उसके लियाउनिंग शन्तुंग, किरिन, शेन्सी, जेहोला, हेलुगकियांग, शेन्सी जेचुवान, चाहार और अनहवे प्रमुख उत्पादक राज्य हैं। इन राज्यों से चीन का तीन चौथाई कोयला प्राप्त होता है।

दक्षिणी चीन में कोयला कम और छोटे छोटे बिखरे हुए क्षेत्रों में संचित है। यहाँ के कोयले में कार्बन भी कम होता है। कियांग्सू और अनहवे की खदाने मध्य एवं दक्षिणी चीन में बुहन इस्पात केन्द्र को कोक कोयला यहीं से जाता है। निचली यांग्टिसी घाटी हुनान, होपे, कियाग्सी, अनहवे एवं कयांग्सू में 13 करोड़ अन एन्थ्रासाइट तथा 177 करोड़ टन बिटुमिनस कोयला संरक्षित है। जेच्वान बेसिन का कोयला अन्य भागों की अपेक्षा कम गुण सम्पन्न है। यहाँ 29 करोड़ टन एन्थ्रासाइट तथा 354 करोड़ टन बिटुमिनस कोयले का भण्डार है। कीचाअ-युत्रान तथा पश्चिमी कांग्सी पठारों में 94 करोड़ टन एन्थ्रासाइट, 435 करोड़ टन बिटुमिनस तथा 70 करोड़ टन लिग्नाइट का अनुमान है लेकिन यातायात की कठिनाइयों के कारण बहुत थोड़ा उत्पादन हो रहा है।

उत्तरी चीन खदानें बड़ी हैं जहाँ आधुनिक विधियों से यन्त्रों के द्वारा कार्य होता है। जबकि दक्षिणी चीन की खदानें छोटी हैं। फलतः अधिकाँशतः श्रमिकों द्वारा कार्य होता है। चीन कोयले का निर्यात भी करता है।

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