उद्योग का अर्थ क्या है?-Meaning of Industry in Hindi
उद्योग का अर्थ (Meaning of Industry) – उद्योग से आशय ऐसे संस्थान से लगाया जाता है जहाँ पर उत्पादन के समस्त साधनों को एकत्र करके किसी नयी वस्तु का उत्पादन किया जाता है। अन्य शब्दों में यह कहा जा सकता है कि जिस स्थान पर अनेक कच्चे माल को एकत्रित करके किसी नयी वस्तु को तैयार किया जाता है, तो वह स्थान उद्योग कहलाता है। जैसे- TATA, चीनी मिल आदि।
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पूँजी बाजार के प्रमुख उद्योग (Main Industries of Capital Market)
देश के औद्योगिक वित्त की पूर्ति करने वाली प्रमुख वित्तीय संस्थायें निम्नलिखित हैं-
(1) भारतीय औद्योगिक वित्त निगम
इसकी स्थापना 1 जुलाई, 1948 को औद्योगिक वित्त निगम अधिनियम 1948 के अर्न्तगत की गयी थी। इस संस्था का मुख्य उद्देश्य उद्योगों को दीर्घकालीन एवं मध्यकालीन ऋण प्रदान करता है। यह निगम केवल पब्लिक लिमिटेड कम्पनियों तथा सहकारी समितियों को ऋण दे सकता है जिनका रजिस्ट्रेशन भारत में हुआ है जबकि पूँजी निर्गमन द्वारा धन प्राप्त करना असम्भव हो अथवा बैंक की सहायता अपर्याप्त हो ।
(2) राज्य वित्तीय निगम
औद्योगिक निगम द्वारा कुछ ही उद्योगों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। अतः छोटे उद्योगों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए राज्य वित्तीय निगम की स्थापना की गयी। राज्य वित्तीय निगम विभिन्न औद्योगिक इकाइयों की वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
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(3) भारतीय औद्योगिक साख एवं निवेश निगम (ICCICI)
इस निगम को विश्व बैंक की ओर से सहायता प्राप्त होती है और यह लघु तथा मध्यम औद्योगिक इकाइयों की औद्योगिक वित्त की पूर्ति में सहायता प्रदान करते हैं। यह दीर्घकालीन तथा कम अवधि के ऋण प्रदान करता है। यह वित्तीय सलाह भी प्रदान करते हैं।
(4) भारतीय औद्योगिक विकास बैंक
उद्योगों की दीर्घकालीन वित्त प्रदान करने वाली वित्तीय संस्थाओं के क्रिया-कलापों में सामंजस्य स्थापित करने तथा औद्योगिक इकाइयों को प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली शीर्ष संस्था के रूप में औद्योगिक विकास बैंक की स्थापना जुलाई 1964 में हुई इसका प्रमुख कार्य औद्योगिक इकाइयों की प्रमुख सहायता, पुनर्वित तथा पिछड़े क्षेत्रों में औद्योगिक वित्त की व्यवस्था हैं।
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(5) भारतीय निवेश प्रन्यास (UTI)
इस संस्था की स्थापना 1964 में दो करोड़ रूपये की प्रारम्भिक पूँजी से हुई थी। यह देश भर में अपनी यूनिटें बेचकर मध्यम एवं निम्न आय वर्ग की बचतें एकत्रित करता है तथा एकत्रित राशि को विभिन्न किस्म के शेयरों में विनियोजित करता है।
(6) जीवन बीमा निगम
भारतीय बीमा निगम अपनी पालिसियों को बेचकर सामान्य जनता की बचतों को एकत्र करता है और इस प्रकार की प्राप्त राशि को विभिन्न प्रकार से विनियोजित करता है। औद्योगिक इकाइयों को ही नहीं बल्कि यह अपने ग्राहकों को भी वित्तीय सहायता प्रदान करता हैं।
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(7) अन्य
उपरोक्त के अतिरिक्त भारतीय लघु उद्योग विकास निगम, शिपिंग क्रेडिट एण्ड इनवेस्ट कम्पनी, सामान्य बीमा निगम आदि, अन्य संस्थायें भी इस क्षेत्र में कार्यरत हैं।
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