वाणिज्य बैंक एवं क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक में अन्तर कीजिए।
वाणिज्य बैंक व क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक में अन्तर निम्नलिखित है-
( 1 ) कार्य-क्षेत्र (Area of Operation)
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक का कार्य क्षेत्र एक अथवा दो जिलों तक सीमित होता है तथा इसका शाखा विस्तार भी जिले की सीमा के अन्तर्गत ही किया जाता है। जबकि व्यापारिक बैंक का कार्य क्षेत्र बहुत विस्तृत होता है जो कि राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ होता है।
( 2 ) निर्बल वर्ग को सहायता (Help to Weaker Sections)
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक विशेष रूप से छोटे और सीमान्त किसानों, कृषि मजदूरों, ग्रामीण कारीगरों, छोटे उद्यमियों तथा अल्प पूँजी वाले व्यापारियों व निर्माताओं को ऋण व अग्रिम प्रदान करने के लिए स्थापित किए गये हैं। वाणिज्यिक बैंकों का कार्य क्षेत्र इनकी तुलना में बहुत व्यापक है। वे प्रधानतः व्यापारियों को नकद साख की सुविधा प्रदान करते हैं।
( 3 ) ब्याज की दर (Rate of Interest)
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के सम्बन्ध में यह निश्चित कर दिया गया है कि उनकी ब्याज की दर सहकारी बैंकों द्वारा ली जाने वाली ब्याज की दर से अधिक नहीं होगी। वाणिज्यिक बैंकों के सम्बन्ध में इस प्रकार का कोई प्रतिबन्ध नहीं है।
इसे भी पढ़े…
इसे भी पढ़े…
- वित्तीय प्रणाली की अवधारणा | वित्तीय प्रणाली के प्रमुख अंग अथवा संघटक
- भारतीय मुद्रा बाजार या वित्तीय बाजार की विशेषताएँ बताइए।
- मुद्रा का अर्थ एवं परिभाषा | Meaning and Definitions of money in Hindi
- मानी गयी आयें कौन सी हैं? | DEEMED INCOMES IN HINDI
- मुद्रा के प्रमुख कार्य क्या-क्या हैं ?| Functions of Money in Hindi
- कर नियोजन का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, आवश्यक तत्त्व या विशेषताएँ, उद्देश्य, आवश्यकता एवं महत्व
- कर अपवंचन का अर्थ, विशेषताएँ, परिणाम तथा रोकने के सुझाव
- कर मुक्त आय क्या हैं? | कर मुक्त आय का वर्गीकरण | Exempted incomes in Hindi
- राष्ट्रीय आय की परिभाषा | राष्ट्रीय आय के मापन या गणना की विधियां
- कर नियोजन का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, आवश्यक तत्त्व या विशेषताएँ, उद्देश्य, आवश्यकता एवं महत्व
- कर अपवंचन का अर्थ, विशेषताएँ, परिणाम तथा रोकने के सुझाव
- कर बचाव एवं कर अपवंचन में अन्तर | Deference between Tax avoidance and Tax Evasion in Hindi
- कर मुक्त आय क्या हैं? | कर मुक्त आय का वर्गीकरण | Exempted incomes in Hindi
- राष्ट्रीय आय की परिभाषा | राष्ट्रीय आय के मापन या गणना की विधियां
- शैक्षिक आय का अर्थ और सार्वजनिक एवं निजी आय के स्त्रोत
- गैट का अर्थ | गैट के उद्देश्य | गैट के प्रावधान | GATT Full Form in Hindi
- आय का अर्थ | आय की विशेषताएँ | Meaning and Features of of Income in Hindi
- कृषि आय क्या है?, विशेषताएँ तथा प्रकार | अंशतः कृषि आय | गैर कृषि आय
- आयकर कौन चुकाता है? | आयकर की प्रमुख विशेषताएँ
- मौद्रिक नीति का अर्थ, परिभाषाएं, उद्देश्य, असफलतायें, मौद्रिक नीति एवं आर्थिक विकास
- भारत में काले धन या काले धन की समस्या का अर्थ, कारण, प्रभाव या दोष
- निजीकरण या निजी क्षेत्र का अर्थ, विशेषताएँ, उद्देश्य, महत्त्व, संरचना, दोष तथा समस्याएं
- औद्योगिक रुग्णता का अर्थ, लक्षण, दुष्परिणाम, कारण, तथा सुधार के उपाय
- राजकोषीय नीति का अर्थ, परिभाषाएं, उद्देश्य, उपकरण तथा विशेषताएँ
- भारत की 1991 की औद्योगिक नीति- मुख्य तत्व, समीक्षा तथा महत्त्व
- मुद्रास्फीति या मुद्रा प्रसार की परिभाषा, कारण, परिणाम या प्रभाव
- मुद्रा स्फीति के विभिन्न रूप | Various Types of Inflation in Hindi
- गरीबी का अर्थ एवं परिभाषाएँ | भारत में गरीबी या निर्धनता के कारण अथवा समस्या | गरीबी की समस्या को दूर करने के उपाय
- बेरोजगारी का अर्थ | बेरोजगारी की प्रकृति | बेरोजगारी के प्रकार एवं विस्तार