भूगोल / Geography

ब्रिटिश द्वीप समूह का प्रादेशिक अध्ययन | Territorial Study of the British Isles in Hindi

ब्रिटिश द्वीप समूह का प्रादेशिक अध्ययन | Territorial Study of the British Isles in Hindi
ब्रिटिश द्वीप समूह का प्रादेशिक अध्ययन | Territorial Study of the British Isles in Hindi

ब्रिटिश द्वीप समूह का प्रादेशिक अध्ययन प्रस्तुत कीजिए।

स्थिति एवं विस्तार

ब्रिटिश द्वीप समूह यूरोप की मुख्य भूमि के पश्चिम में उत्तरी अटलांटिक महासागर में स्थित है जिसके अंतर्गत लगभग 500 छोटे-बड़े द्वीप सम्मिलित हैं जिनमें केवल ब्रिटेन और आयलैंड ही बड़े हैं। छोटे द्वीपों में हेब्रिडीज, अर्कनी, शेटलैंड, अंगलेसी, राइट, वाइंट, सिली, मैन, इस्ले आदि उल्लेखनीय हैं।

स्थिति एवं विस्तार

स्थिति एवं विस्तार

ब्रिटिश द्वीप समूह का विस्तार 49° 45′ उत्तरी अक्षांश से 6°2 उत्तरी अक्षांश और 9.45 पश्चिमी वेशांतर में 1°50′ पूर्वी देशांतर के मध्य है। राजनीतिक दृष्टि से ग्रेट ब्रिटेन और यूनाइटेड किंगडम में मौलिक अंतर है। ग्रेट ब्रिटेन के अंतर्गत इंग्लैंड, बेल्स तथा स्काटलैंड राज्य सम्मिलित किये जाते हैं जबकि यूनाइटेड किंगडम के अंतर्गत इन राज्यों के अतिरिक्त उत्तरी आयरलैंड भी सम्मिलित होता है। आयलैंड का दक्षिणी भाग एक अलग देश है जिसका नाम आयरिश रिपब्लिक है। इस प्रकार ब्रिटिश द्वीप समूह को राजनीतिक दृष्टि से दो भागों में विभक्त किया जा सकता है- (1) यूनाइटेड किंगडम, और (2) आयरिश रिपब्लिक।

यूनाइटेड किंगडम का कुल क्षेत्रफल लगभग 243.48 हजार वर्ग किमी और जनसंख्या लगभग 6 करोड़ है। आयरलैंड का भौगोलिक क्षेत्रफल 70.27 हजार वर्ग किमी और जनसंख्या लगभग 40 लाख है। यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड में औसत जनसंख्या घनत्व क्रमशः 254 और 65 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है।

उच्चावच

उच्चावच की दृष्टि से ब्रिटिश द्वीप समूह में मुख्यतः दो प्रकार के धरातल पाये जाते हैं- (1) पवर्ततीय क्षेत्र और मैदानी क्षेत्र। इनका विवरण अग्रांकित है-

(1) पर्वतीय क्षेत्र- ब्रिटिश द्वीप समूह का अधिकांश भाग पहाड़ी है। इंग्लैंड के मध्य में पेनाइन पर्वत (Pennines Mountains) उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थित है जिसका विस्तार उत्तर में लेक डिस्ट्रिक्ट से लेकर दक्षिण में वेल्स तक है। इस पर्वत का सर्वोच्च शिखर स्काफेल पाइक (Scafel Pike) है जिसकी ऊँचाई सागरतल से 978 मीटर है। स्काटलैंड, वेल्स तथा आयरलैंड का धरातल भी पहाड़ी है। केवल सागर तटीय भागों को छोड़कर स्काटलैंड का अधिकांश भाग पहाड़ी है। केवल सागर तटीय भागों को छोड़कर स्काटलैंड का अधिकांश भाग पहाड़ी है। यहाँ का पर्वतीय प्रदेश उत्तर और दक्षिण दो भागों में विभक्त है जिसके बीच में क्लाइड की खाड़ी और फोर्थ की खाड़ी के मध्य निम्न भूमि है। स्काटलैंड की उत्तरी पहाड़ियाँ अपेक्षाकृत अधिक ऊँची हैं। यूनाइटेड किंगडम का सर्वोच्च शिखर बेन नेविस (Ben Navis) इसी भाग में स्थित है जो सागरतल से 1343 मीटर ऊँचा है। उत्तरी स्काटलैंड में स्थित ग्राम्पियन पहाड़ियाँ दक्षिण स्काटलैंड की पहाड़ियों की तुलना में अधिक ऊँची हैं।

वेल्स में कैम्ब्रिज पहाड़ियां चापाकार आकृति में कार्डियन खाड़ी तट के लगभग समानांतर स्थित हैं। इसकी ऊँचाई उत्तरी भाग में अधिक है। इसका सर्वोच्च शिखर स्नोडन (Showdown) 1085 मीटर ऊँचा है। यह पर्वत अति प्राचीन (कैम्ब्रियन) युग की शैलों से निर्मित हैं।

(2) मैदानी क्षेत्र- पूर्वी इंग्लैंड का धरातल नीचा और मैदानी है। यह यूनाइटेड किंगडम का सबसे विस्तृत समतल मैदान है। इसमें लंदन बेसिन सर्वाधिक विस्तृत है। इसका ढाल पश्चिम से पूर्वी की ओर है। पेनाइन पर्वत तथा मध्यवर्ती उच्च भूमि से निकालने वाली नदियां इस मैदान से होती उत्तरी सागर में गिरती है। इसकी ऊंचाई पश्चिमी भाग में 150 मीटर तक पायी जाती है। ब्रिटिश द्वीप समूह का दूसरा विशाल मैदान आयरलैंड के मध्य भाग में स्थित है जिनके उत्तर और दक्षिण में आयरलैंड का उच्च प्रदेश है। इस मैदान के बीच में अनेक हिमानी निर्मित झीलें हैं। पेनाइन पर्वत के पश्चिम में लंकाशायर तथा चेशायर के मैदान है।

सामान्यतः ब्रिटिश द्वीप समूह के सभी द्वीपों के सागर तटीय भागों में संकरे मैदानी भाग हैं जो सागर तल से 50 मीटर से अधिक ऊँचे नहीं हैं। ब्रिटेन में रिया तट (Ria coat) अधिक मिलते हैं जो सागर तल में उत्थान अथवा स्थलीय अवतलन कारण नदीं घाटियों के निमग्न होने से निर्मित हुए हैं।

जलवायु

यूनाइटेड किंगडम और आयरलैंड की जलवायु समुद्री समशीतोष्ण है। संपूर्ण ब्रिटिश द्वीप समूह पछुआ हवाओं की पेटी में स्थित है जहाँ वर्षपर्यन्त पछुआ हवाएं सागर से स्थल की ओर (पश्चिम से पूर्व की ओर) प्रवाहित होती हैं। इन हवाओं के साथ शीतोष्ण चक्रवात आते हैं जिनसे वर्ष भर वर्षा होती रहती है। इस प्रदेश के तापमान पर प्रचलित पवनों तथा सागरीय जलधाराओं का पर्याप्त प्रभाव पाया जाता है। इनके समकारी प्रभाव से वार्षिक समानांतरर कम हो जाता है।

“ग्रीष्मकालीन औसत तापमान 150 से 21° सेल्सियस के मध्य पाया जाता है। शीतकालीन औसत तापमान 0° से 10° सेल्सियस रहता है। गर्म अटलांटिक ड्रिफ्ट के प्रभाव से तटीय भागों में तापमान हिमांक से ऊपर रहता है किंतु आंतरिक भागों में यह हिमांक से नीचे चला जाता है। रात में प्रायः न्यूनतम तापमान हिमांक से नीचे चला जाता है। लंदन में अब तक न्यूनतम तापमान -15.5° सेल्सियस अंकित किया जा चुका है। जनवरी-फरवरी के महीने में प्रायः पाला पड़ जाया करता है। उत्तर से आने वाली बर्फीली हवाओं के कारण शीत लहरों का आगमन सामान्य घटना होती है।

यद्यपि वर्षा का वितरण वर्ष भर लगभग समान होता है किंतु शीत ऋतु में ग्रीष्म ऋतु की अपेक्षा अधिक वर्षा होती है। यहाँ कोई भी महीना बिल्कुल शुष्क नहीं रहता है। आंतरिक भागों में गर्मियों में अपेक्षाकृत अधिक वर्षा होती है। यहां वार्षिक वर्षा का औसत 100 से 200 सेमी पाया जाता है। शीतऋतु में हिमपात के रूप में भी वर्षा होती है।

प्राकृतिक वनस्पति

वर्ष पर्यन्त आर्द्रता तथा वर्षा की सुगमता के कारण यह प्रदेश सघन वानस्पतिक विकास के लिए उपयुक्त है। प्राचीन काल में पूरे ब्रिटेन पर घने जंगल का आवरण था किंतु वर्तमान समय में मैदानी भागों से वनों को काटकर उनके स्थान पर खेत और बस्तियां बना ली गयी हैं। घने वन अब केवल ऊँची पहाड़ियों पर ही मिलते हैं। ब्रिटिश द्वीप समूह में ओक, लिन्डेन, बीच, एल्म आदि के वन पाये जाते हैं। शेटलैंड आदि उत्तरी द्वीपों तथा उत्तरी स्काटलैंड की पहाड़ियों पर कोणधारी वन भी मिलते हैं जिनमें स्क्रूस, हेमलाक, सिडार, फर, डगलस आदि के वृक्ष पाये जाते हैं। इन कोमल लकड़ी वाले वनों का आर्थिक महत्व अधिक है क्योंकि इनका उपयोग लुग्वी, सेल्युलोज तथा कागज बनाने में अधिक होता है।

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