जड़ भरत का जीवन परिचय- जड़ भरत को पुराणों में एक गुणी राजर्षि व योगी प्रदर्शित किया गया है। इनका जन्म राजा नाभि के पुत्र ऋषभदेव के घर में इंद्र की कन्या जयंती के गर्भ द्वारा हुआ था। पिता से राज्य प्राप्त करने पर इसने भी बेहद दयालुता व सेवाभाव से राज्य किया। तदंतर गंडगी नदी के किनारे पर बने पुलह ऋषि के आश्रम में तपस्या करते हुए इसने एक मृगशावक को नदी जलधारा में बहते देखा तो उसे आश्रम में ले आया। उस मृग शावक के प्रति भरत के मन में इतना मोह हो गया कि निधन के समय भी उसी का ध्यान रहा और इनका अगला जन्म इस कारण मृगयोनि में ही हुआ। मृगयोनि में इसे पूर्वजन्म की स्मृति थी। अतः इस बार इसने पुलह आश्रम में ही जाकर वृक्ष के नीचे तपस्या करना आरंभ कर दिया।
मृगयोनि से आजादी के पश्चात् इसका जन्म अंगिरा के वंश में हुआ। इसे याद था कि आसक्ति में पड़ने से ही इसे बार-बार जन्म लेना पड़ रहा है। अतः भरत ने इस बार किसी से भी स्नेह का संबंध न रखने का मन बना लिया। माता- पिता का निधन हो जाने पर भ्राताओं ने इसे जड़ (मूर्ख) समझकर इससे नाता तोड़ लिया। यह स्वयं इस तरह का व्यवहार करने लगा कि लोग इसे मूर्ख और मंदबुद्धि ही समझने लगे और इसका नाम ही ‘जड़ भरत’ हो गया। एक बार सौवीर नामक राजा कपिल मुनि के आश्रम की ओर जा रहा था। पालकी ढोने वाले कहारों की अपर्याप्तता होने पर विक्षिप्तों की तरह रह रहे ‘जड़ भरत’ को उस कार्य के लिए लगा दिया गया, किंतु जब वह दूसरे कहारों की गति को प्राप्त न कर सका तो राजा ने कुपित होकर कहा कि शरीर से इतने ताकतवर होते हुए भी तुम ठीक से क्यों नहीं चलते? जड़ भरत का जवाब था, ‘राजा, शक्ति शरीर की नहीं, आत्मा की होती है और अभी मेरी आत्मा इतनी शक्तिशाली कहां?’ वाणी में सच्चाई की अनुभूति कर राजा को अपनी गलती समझ में आ गई और वह जड़ भरत का शिष्य बन गया।
फिर ऋषभदेव के पुत्र के रूप में यह पंचजनी नामक पत्नी से पांच पुत्रों का पिता भी बना।
जड़भरत कौन थे?
जड़ भरत को पुराणों में एक गुणी राजर्षि व योगी प्रदर्शित किया गया है। इनका जन्म राजा नाभि के पुत्र ऋषभदेव के घर में इंद्र की कन्या जयंती के गर्भ द्वारा हुआ था।
दोस्तों मै आशा करता हूँ आपको ”जड़ भरत का जीवन परिचय (Biography of Jadbharat in Hindi)” वाला Blog पसंद आया होगा अगर आपको मेरा ये Blog पसंद आया हो तो अपने दोस्तों और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करे लोगो को भी इसकी जानकारी दें।
इसे भी पढ़ें…
- गुरु तेग बहादुर का जीवन परिचय
- गुरु गोबिंद सिंह का जीवन परिचय
- चांद बीबी का जीवन परिचय
- कित्तूर रानी चेन्नम्मा का जीवन परिचय
- गुरु हरगोविंद का जीवन परिचय
- गुरु हर राय का जीवन परिचय
- टी.एन. शेषन का जीवन परिचय
- स्वामी रामतीर्थ का जीवन परिचय
- अनंत लक्ष्मण कन्हेरे का जीवन परिचय
- अनंतलाल सिन्हा का जीवन परिचय
- महाश्वेता देवी का जीवन परिचय
- प्रकाश आम्टे का जीवन परिचय
- मंदाकिनी आम्टे का जीवन परिचय
- सत्य साईं बाबा का जीवन परिचय
- सर गंगाराम का जीवन परिचय
- मीराबाई का जीवन परिचय