द्रुतगामी पत्र से क्या आशय है? एक उदाहरण दीजिए।
द्रुतगामी या तुरन्त पत्र का अर्थ – द्रुतगामी पत्र उनकी रचना तार के समान होती है, परन्तु इसे साधारण डाक या हवाई डाक या तुरंत डाक से भेजा जाता है। अगले कार्यालय में प्राप्ति इस पर भी तुरन्त कार्रवाई आरम्भ हो जाती है। तार की अपेक्षा इसमें यह लाभ है कि इसमें जितनी भरपूर सामग्री देना चाहे दे सकते हैं। तार पर इसकी अपेक्षा अधिक व्यय होता है। उससे विलंब हो जाता है। सामान्यत: द्रुतगामी पत्र में संक्षिप्त संदेश/आदेश होता है, तभी तो उसके सीमित शब्दों पर ध्यान पूरी तरह केन्द्रित हो जाता है।
पत्र पर सब से ऊपर ‘द्रुतगामी पत्र’ लिखते हैं उसके बाद फाइल से पत्र सं…… । प्रेषक अधिकारी का नाम नहीं लिखा जाता है, केवल पदनाम और पता। सम्बोधन अथवा औपचारिक समापन की आवश्यकता भी नहीं। अन्त में हस्ताक्षर, कोष्ठक में नाम, पदनाम । प्रायः ऐसे पत्रों के प्रपत्र मुद्रित करा लिये जाते हैं।
नमूना-एक
दुतगामी पत्र
संख्या123/205
प्रेषक,
सचिव
उत्तर प्रदेश शासन।
सेवा में,
कृषि निदेशक,
दिनांक, लखनऊ 15-07-18
उत्तर प्रदेश शासन, लखनऊ।
विषय: कृषि अधिकारी जौनपुर की चरित्र पंजी
कृपया देखें इस कार्यालय का पत्र सं…….दिनांक…….। श्री मनरेश मिश्र, जिला कृषि अधिकारी जालौन की चरित्र-पंजी शासन को अभी तक प्राप्त नहीं हुई। कृपापूर्वक इसे तत्काल भिजवा दें।
हस्ताक्षर
( )
उपसचिव
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