मकतब व मदरसा में अन्तर बताइए।
मकतब और मदरसों में अंतर |Difference between Maktab and Madrasa| Makatab aur Madrasa me Antar
क्र.सं. | मकतब | मदरसा |
1. | मकतब शब्द की उत्पत्ति अरबी के ‘कुतुब’ शब्द से हुई है। जिसका अर्थ है – ‘उसने लिखा’ । उर्दू भाषा में ‘कुतुब’ शब्द किताब का बहुवचन है। | मदरसा शब्द अरबी भाषा के ‘परस’ शब्द से बना है, जिसका अर्थ है – ‘भाषण देना। |
2. | मकतब वह स्थान है जहाँ बालकों को पढ़ना व लिखना सिखाया जाता है। | उन स्थानों जहाँ भाषण द्वारा शिक्षा दी जाती है. उन्हें मदरसे कहते हैं। |
3. | मकतब प्राथमिक शिक्षा के केन्द्र थे। | चूँकि उच्च शिक्षा प्रायः भाषण से दी जाती है अतः मदरसे उच्च शिक्षा के केन्द्र थे। |
4. | मकतब प्रायः किसी मस्जिंद से सम्बद्ध होते थे। | मदरसे प्रायः राजधानियों व मुस्लिम बाहुल्य बड़े-बड़े नगरों में स्थापित किए जाते थे। |
5. | मकतबों का संचालन मौलवियों द्वारा होता था। | मदरसों का संचालय व निर्माण में मुस्लिम शासकों का योगदान था। |
6. | 6. मकतब में प्रायः एक ही अध्यापक होता था- वह थे मौलवी। | मदरसे बहु अध्यापकीय होते थे। अध्यापकों को उच्च वेतन दिया जाता था। |
7. | मकतबों में बच्चों का प्रवेश 4 वर्ष 4 माह व 4 दिन की आयु पर किया जाता था। प्रवेश के समय सभी बच्चों की ‘बिम्मिल्लाह खानी’ की रस्म होती थी। बच्चे को नए वस्त्र पहनाकर शिक्षक (मौलवी) के सामने उपस्थित किया जाता था और बिस्मिल्लाह शब्द (जिसका अर्थ है – अल्लाह के नाम पर) का उच्चारण करवाया जाता था तथा कुरान शरीफ की आयतें रटवायी जाती थीं। गणित की शिक्षा भी दी जाती थी। | मदरसों में बड़े-बड़े पुस्तकालय स्थित थे। जिनमें अरबी व फारसी भाषा तथा इस्लाम धर्म के सभी मुख्य ग्रन्थों की प्रतियाँ थीं। पुस्तकालय तथा छात्रावास की व्यवस्था राज्य करता था। छात्रों को मुफ्त भोजन मिलता था। मदरसों में परीक्षाएँ नहीं होती थीं। शिक्षा पूरी करने पर शिक्षकों की संस्तुति पर ही किसी छात्र को सफल घोषित किया जाता था। |
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