डॉ आत्माराम (वैज्ञानिक) का जीवन परिचय (Dr. Atmaram Biography in hindi)- भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसंधानशालाओं में महानिदेशक डॉक्टर आत्माराम का जन्म पीलाना, जिला बिजनौर (उ.प्र.) में 1908 में हुआ था।
संक्षिप्त विवरण
नाम | आत्माराम |
पूरा नाम,अन्य नाम |
डॉ. आत्माराम |
जन्म | 12 अक्टूबर, 1908 |
जन्म स्थान | पीलना, बिजनौर, उत्तर प्रदेश |
पिता का नाम | – |
माता का नाम | – |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
मृत्यु |
6 फरवरी, 1983 |
मृत्यु स्थान |
दिल्ली, भारत |
विज्ञान की शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात् इन्होंने कांच और सेरोमिक्स पर शोधकार्य आरंभ किया। आप्टिकल कांच बेहद शुद्ध कांच होता है और उसका उपयोग सूक्ष्मदर्शी और कई तरह के सैन्य उपकरण बनाने में किया जाता है। भारत में यह कांच जर्मनी से आयात किया जाता था। इस पर प्रतिवर्ष भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा देनी होती थी।
डॉ. आत्माराम ने बेहद धैर्य व निष्ठा के साथ शोध करके भारत में ही ऐसा कांच बनाने की विधि का आविष्कार करने में सफलता प्राप्त कर ली। इससे न सिर्फ देश की आत्मनिर्भरता बढ़ी, बल्कि औद्योगिक जगत में उसके सम्मान में इजाफा हुआ। 1967 में इन्हें देश की प्रमुख वैज्ञानिक संस्था ‘वैज्ञानिक एवं
औद्योगिक अनुसंधान परिषद‘ का महानिदेशक पद प्रदान किया गया। डॉ. आत्माराम विज्ञान की शिक्षा स्वदेशी भाषा में देने पर जोर देते थे। इन्होंने लिखित स्वीकार किया है-“विद्यार्थी काल में अंग्रेजी का ज्ञान सीमित होने के कारण रसायन शास्त्र मेरी समझ में नहीं आता था, लेकिन जब एक बार डॉ. फूलदेव सहाय वर्मा ने रसायन विज्ञान का मौलिक स्वरूप हिंदी में समझा दिया तो मेरी गाड़ी चल पड़ी।” इनके अनुसंधान को देखते हुए सोवियत रूस के तकनीकी संस्थान ने इन्हें ‘डॉक्टर ऑफ टेक्नोलॉजी’ की उपाधि प्रदान की। डॉ. आत्माराम के जीवन में इतनी सादगी थी कि लोग सम्मान के साथ इन्हें ‘गांधीवादी वैज्ञानिक’ कहा करते थे। 7 फरवरी, 1983 को इस महान वैज्ञानिक ने अपनी अंतिम सांस ली।