बुद्धि एवं सृजनात्मकता में अन्तर
बुद्धि और सृजनात्मकता में निम्न अन्तर हैं-
बुद्धि |
सृजनात्मकता |
1. बुद्धि किसी समस्या का सम्पूर्ण हल प्राप्त करने की क्षमता है। | 1. सृजनात्मकता नवीन प्रकार के कार्य करने की क्षमता और शक्ति है। |
2. यह व्यक्ति विशेष में एक विशेष गुण के रूप में पाई जाती है। | 2. यह तभी सार्थक मानी जाती है जब वह गुण समाज में स्वीकृत हो । |
3. विभिन्न विकासात्मक अवस्था में बुद्धि- लब्धि एक जैसी रहती है। | 3. सृजनात्मकता की मात्रा विभिन्न विकासात्मक अवस्था में भिन्न-भिन्न होती है। |
4. बुद्धि पर वातावरण, अधिगम और अभिवृद्धि का प्रभाव नहीं पड़ता। | 4. सृजनात्मकता पर वातावरण, अधिगम् और अभिवृद्धि का प्रभाव पड़ सकता है। |
5. प्रायः यह देखा जाता है कि बुद्धि का विकास नहीं होता परन्तु विशिष्ट उपायों से उसे थोड़ी मात्रा में बढ़ाया जा सकता है। | 5. सृजनात्मकता का विकास निरन्तर हो सकता है। |
6. बुद्धि का विभाजन बुद्धि-लब्धि के आधार पर औसत से कम, औसत और औसत से अधिक, के रूप में किया जाता है। | 6. सृजनात्मकता का विभाजन निर्माणात्मक, ध्वंसात्मक रूप में किया जाता है। |
7. कम बुद्धि वाला व्यक्ति सृजनशील हो सकता है। | 7. अधिक सृजनशील व्यक्ति अधिक अथवा कम बुद्धि वाला भी हो सकता है। |
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