सामाजिक अध्ययन के उद्देश्य (Aims Of Social Studies)
सामाजिक अध्ययन पाठ्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य है-
(1) पाठ्यक्रम बालक के सम्पूर्ण विकास हेतु साधन प्रदान करता है, जिसकी सहायता से शिक्षण की क्रिया को सम्पादित करना है।
(2) पाठ्यक्रम का मुख्य कार्य मानव जाति के अनुभवों को सम्मिलित रूप से स्पष्ट करके संस्कृति तथा सभ्यता का हस्तारण एंव विकास करता है।
(3) बालक में मित्रता, ईमानदारी, निष्कपटता, सहयोग, सहनशीलता, साहनुभूति एंव अनुशासन आदि गुणों को विकसित करके नैतिक चरित्र का निर्माण करना ही सामाजिक अध्ययन पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।
(4) बालक के विकास की विभिन्न अवस्थाओं से सम्बन्धित सभी आवश्यकताओं, मनोवृत्तियों तथा क्षमताओं एंव योग्यताओं के अनुसार नाना प्रकार की सृजनात्मक तथा रचनात्मक शक्तियों का विकास करना पाठ्यक्रम का उद्देश्य है।
(5) पाठ्यक्रम को सामाजिक तथा प्राकृतिक विज्ञानो एंव कलाओं तथा धर्मों के आवश्यक ज्ञान द्वारा ऐसे गतिशील तथा लचीले मस्तिष्क का निर्माण करना चाहिये जो प्रत्येक परिस्थिति में सम्पूर्ण तथा सहासपूर्ण बनकर नवीन मूल्यों का निर्माण करना है।
(6) ज्ञान तथा खोज की सीमाओं को बढ़ाने के लिये अन्वेषकों का सृजन करना पाठ्यक्रम का उद्देश्य है।
(7) विषयों तथा क्रियाओं के बीच की खाई को पाटकर बालक के सामने ऐसी क्रियाओं को प्रस्तुत करना जो उसके वर्तमान तथा भावी जीवन के लिये उपयोगी बनाये।
(8) सामाजिक अध्ययन पाठ्यक्रम में बालक मे जन-जातीय भावना का विकास करना है।
(9) पाठ्यक्रम शिक्षण प्रक्रियाओं तथा शिक्षक तथा छात्र के मध्य अन्तः क्रिया के स्वरूप निर्धारित करना भी इसका उद्देश्य है।
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