क्रेडिट कार्ड से आशय- क्रेडिट कार्ड से तात्पर्य निर्गमित बैंक या संस्था द्वारा किसी व्यक्ति के क्रय करने पर या सौदा करने पर भुगतान किये जाने से होता हैं। इसके अन्तर्गत व्यक्ति के चालू खाता से रुपया कम (deduct) नहीं होता है। जबकि डेबिट कार्ड के द्वारा वह मुद्रा द्वारा भुगतान किया जाता है जो कि व्यक्ति के अपने स्वयं के खाते में होता है तथा चालू खाता से रुपया कम (deduct) होता है। क्रेडिट कार्ड से भुगतान होने पर उस व्यक्ति द्वारा भविष्य में (सामान्यतया 30 दिन) भुगतान करना होता है अन्यथा उस राशि पर ब्याज देय होता है।
क्रेडिट कार्ड तथा डेबिट कार्ड में अन्तर
क्रेडिट कार्ड तथा डेबिट कार्ड में निम्नलिखित अन्तर होता है-
(1) क्रेडिट कार्ड, उधार या साख (credit) का माध्यम है जबकि डेबिट कार्ड के अन्तर्गत व्यक्ति के पास रुपया होने पर ही सौदा होगा और उसके खाते से रुपया कम (deduct) होगा।
(2) क्रेडिट कार्ड का खाते से सम्बद्ध होना आवश्यक नहीं है, जबकि डेबिट कार्ड से सम्बद्ध होता है।
(3) क्रेडिट कार्ड में प्रत्येक माह भुगतान राशि का बिल देय होता है जबकि डेबिट कार्ड में बिल देय नहीं होता है।
(4) क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करने पर व्यक्ति की साख-राशनिंग में वृद्धि होती है उसे अधिक धनराशि का क्रेडिट मिलता है जबकि डेबिट कार्ड में साख राशनिंग की सुविधा नहीं उपलब्ध होती है।
(5) क्रेडिट कार्ड में फ्रॉड (Fraud) या धोखे की सम्भावना कम होती है जबकि डेबिट कार्ड के प्रयोग के द्वारा यदि कोई अन्य व्यक्ति रुपया निकाल लेता है तो व्यक्ति स्वयं ही जिम्मेदार होता है हालाँकि बैंक इस सम्बन्ध में कार्यवाही करता है।
(6) क्रेडिट कार्ड के अन्तर्गत अदन्त देय राशि पर ब्याज देय होता है और ब्याज की राशि काफी अधिक होती है, जबकि डेबिट कार्ड पर आहरित राशि में कोई ब्याज नहीं देना होता है।
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