अशोक इतिहास का लेसन प्लान Ashok History lesson plan for B.Ed.
अशोक इतिहास का लेसन प्लान Ashok History lesson plan for B.Ed. – प्रिय मित्रों, इस पोस्ट में हम BTC/DELED, B.ED, M.ED के तहत अशोक इतिहास का लेसन प्लान Ashok History lesson plan of B.Ed. btc/d.el.ed, b.ed आदि के बारे में हिन्दी में विस्तार से बात करेंगे.
विद्यालय का नाम- अपनी स्कूल का नाम व स्थान लिखें
दिनांक- |
विषय- इतिहास |
चक्र- 8 |
कक्षा –6th |
प्रकरण- “अशोक“ |
अवधि- 30 मिनट |
➤सामान्य उद्देश्य :-
- छात्राओं में इतिहास के प्रति रुचि जागृत करना |
- छात्राओं में देश भक्ति तथा विश्व बन्धुत्व की भावना का विकास करना |
- छात्राओं में आदर्श नागरिक के गुणों का विकास करना |
- छात्राओं में वैज्ञानिक अभिवृत्ति का विकास करना |
- छात्राओं में बौधिक एवं तार्किक चिन्तन का विकास करना |
- छात्राओं में आत्मनिर्भरता का विकास करना |
- छात्राओं को भविष्य के लिए तैयार करना |
- छात्राओं में नेतृत्व के गुणों का विकास करना |
➤विशिष्ट उद्देश्य :-
- छात्राएँ ‘अशोक’ के प्रारम्भिक जीवन के बारे में प्रत्यास्मरण कर सकेंगी|
- छात्राएँ ‘अशोक’ के ‘धम्म’ का प्रत्याभिज्ञान कर सकेंगी |
- छात्राएँ ‘अशोक’ के कलिंग विजय का वर्णन कर सकेंगी |
- छात्राएँ ‘अशोक’ के शासन व्यवस्था की व्याख्या कर सकेंगी |
- छात्राएँ ‘अशोक’ द्वारा बन गए विहारों के बारे में विवरण प्रस्तुत कर सकेंगी |
➤सहायक सामग्री- चाक, डस्टर, रोलर बोर्ड, चार्ट अन्य कक्षोपयोगी शिक्षण सामग्री|
➤पूर्वज्ञान- छात्राएँ ‘अशोक’ के विषय में सामान्य जानकारी रखती होगी |
क्र. स. |
छात्र अध्यापक क्रियाएं |
छात्र क्रियाए |
1. |
मौर्य वंश की स्थापना किसने की थी ? |
चन्द्रगुप्त मौर्य |
2. |
चन्द्रगुप्त मौर्य के पुत्र का क्या नाम था ? |
बिन्दुसार |
3. |
बिन्दुसार का पुत्र कौन था ? |
अशोक |
➤उद्देश्य कथन :- आज हम लोग अशोक के बारे में अध्ययन करेंगे।
➤प्रस्तुतीकरण :-
शिक्षण बिन्दु |
छात्र अध्यापक क्रियाएं |
छात्र क्रियाए |
1. प्रारम्भिक जीवन |
बिन्दुसार की मृत्यु के पश्चात् अशोक सिंहासन पर बैठा तो वह शासन कार्य से बिल्कुल अनिभिज्ञ न था | अपने पिता के शासन काल में ही वह मध्य भारत तथा तक्षशिला का शासक रह चुका था | जहाँ उसने एक विद्रोह का दमन भी किया था | सिंहासन पर आरूढ़ होने के लिए उसे अपने कई भाइयों को मारना पड़ा था | संहली वृतान्तों के अनुसार अशोक अपने सहोदर भाई तिष्य को छोड़ कर 99 भाइयों की हत्या करके सिंहासन पर बैठा था | |
छात्रा ध्यानपूर्वक सुनेगी | |
2. अशोक का धम्म
|
अशोक युद्ध प्रिय था | उसने कई राज्यों को जीतकर अपने राज्य में मिला लिया | अब उसे केवल कलिंग पर विजय करना शेष था | अशोक ने साम्राज्य विस्तार हेतु कलिंग पर आक्रमण किया किन्तु वहाँ के नरसंहार को देखकर वह दुखी हो गया तथा उसने बौद्ध धर्म को अपना लिया | धम्म का अर्थ है धर्म | अशोक स्वयं दूर-दूर राज्य की जगहों का दौरा करता था | अशोक ने अपने राज्य में जगह-जगह चट्टानों पर लम्बे सुन्दर, चमकाए हुए पत्थरों से बने खम्भे गड़वाए | इन खम्भों पर वहाँ के अधिकारी तथा लोगों के लिए अपने सन्देश भी खुदवाए ताकि लोग उसकी बातों पर ध्यान दे | उसने यह सन्देश लोगो की बोल चाल की भाषा यानी प्राकृत भाषा में लिखवाए | अशोक ने धम्म महामात्र को रखा जिनका कार्य था गाँव-गाँव, नगर-नगर जाकर लोगो को सही व्यवहार की बाते बताए | |
छात्रा ध्यानपूर्वक सुनेगी | |
3. अशोक का सन्देश |
अशोक ने अपने सन्देश में कहा कि यहाँ किसी जीव को मारा न ही जाएगा और उसकी बलि नहीं चढ़ाई जायेगी | दास और दासियों, मजदूरों से नम्रता का व्यवहार करना, बड़ो का आदर करना, जीव जन्तुओं पर दया करना गरीबों को दान देना आदि अशोक एक महान शासक था | अशोक एक महान शासक था | अशोक ने अपने पुत्र महेन्द्र तथा पुत्री संघमित्रा को अपने सन्देश प्रचार के लिए श्रीलंका भेजा | अशोक ने बौद्ध धर्म के सिद्धांतो में एक रूपता लाने के लिए पाटलीपुत्र में एक बड़ी सभा की | जिसे तीसरी बौद्ध सभा भी कहते है | अशोक ने बौद्ध स्तुप तथा बौद्ध बिहारों का निर्माण करवाया | साँची स्तूप के निर्माण की शुरुआत उसी ने की | |
छात्रा ध्यानपूर्वक सुनेगी | |
4. मौर्य साम्राज्य का पतन |
वंशानुगत साम्राज्य तभी तक बने रहे जब तक योग्य शासकों की कड़ी बनी रहती है | अशोक के दुर्बल उत्तराधिकारी के कारण दूरस्थ प्रान्त स्वतंत्र होने लगे | देश में आक्रमण होने लगे | धीरे-2 साम्राज्य की शक्ति कमजोर होती गई | मौर्य साम्राज्य का सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने मौर्य साम्राज्य कब्ज़ा लिया और इस प्रकार इसका पतन हो गया | |
छात्रा ध्यानपूर्वक सुनेगी | |
➤ श्यामपट्ट सारांश :-
1. बिन्दुसार की मृत्यु के पश्चात् अशोक सिंहासन पर बैठा |
2. अशोक युद्ध प्रिय शासक था |
3. अशोक ने साम्राज्य विस्तार के लिए कलिंग पर आक्रमण किया |
4. अशोक ने कलिंग युद्ध में नरसंहार को देखकर दुखी हो गया और बौद्ध धर्म अपना लिया |
5. धर्म को पाली भाषा में धम्म कहते है |
➤ निरीक्षण कार्य :-
छात्राध्यापिका छात्राओं से श्यामपट्ट सारांश को कॉपी में लिखने को कहेंगी तथा कक्षा में घूम-घूम कर निरीक्षण करते हुए उनकी समस्याओं को दूर करेंगी |
➤ मूल्यांकन प्रश्न :-
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