इण्टरनेट क्या है?
इण्टरनेट क्या है?- अन्तर्जाल (इण्टरनेट) को अन्तर्जाल प्रणाली (इण्टरनेट सिस्टम) शब्द के संक्षिप्त रूप में प्रयुक्त किया जाता है। अन्तर्जाल (इण्टरनेट) को आज संसार में उपलब्ध सबसे विस्तृत वैन (वाइड एरिया नेटवर्क) के रूप में जाना और समझा जाता है। इसी
संदर्भ में इण्टरनेट के सम्बन्ध में यह कहा जा सकता है “अन्तर्जाल या इण्टरनेट संसार की ऐसी सबसे बड़ी अन्तः नेटवर्क प्रणाली (Internetwork system) अथवा नेटवर्कों का नेटवर्क है जो संसार के हर कोने में स्थित उपयोगकर्ताओं (Users) का सूचनाओं के आदान-प्रदान और सम्प्रेषण हेतु सबसे अधिक तीव्र गति, सरल और कम व्यय वाला साधन प्रस्तुत करता है।”
विज्ञान और विज्ञान तकनीकी के अन्तर्राष्ट्रीय बोर्ड (International Board of Science and Science Technology) ने अन्तर्जाल या इण्टरनेट के सम्बन्ध में निम्न शब्द कहे हैं- “इण्टरनेट, नेटवर्कों का एक सहकारी संगणक नेटवर्क है, जो राज्यों, विद्यालयों, पुस्तकालयों, संस्थाओं, व्यक्तियों तथा अन्यों को एक-दूसरे के साथ और सूचनाओं के विस्तृत साधनों के साथ जोड़ता है। इण्टरनेट नियम (प्रोटोकोल) कई असमान और स्वतंत्र नेटवर्कों को प्रयोगकर्ता के साथ सम्मिलित रूप से जोड़ता है।”
अन्तर्जाल या इण्टरनेट लगभग तीस हजार नेटवर्कों का बना हुआ है। लगभग एक सौ पचास देशों में अन्तर्राष्ट्रीय संगणक, नेटवर्क से सम्बद्ध हैं।
इण्टरनेट या अन्तर्जाल परस्पर जुड़ी हुई (Interconnected) लाइनें होती हैं। इण्टरनेट आपस में जुड़े हुए नेटवर्क का ग्लोबल कम्प्यूटर नेटवर्क होता है। इण्टरनेट या अन्तर्जाल से जुड़े सभी संगणक आपस में भी एक-दूसरे से जुड़े होने चाहिए और उन्हें कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए जिन्हें टी.सी.पी. (ट्रान्समिशन कण्ट्रोल प्रोटोकोल) अथवा आई.पी. (इण्टरनेट प्रोटोकाल) कहा जाता है। टी.सी.पी. या आई.पी. विभिन्न नेटवर्कों को इण्टरनेट से जोड़ता है।
अन्तर्जाल या इण्टरनेट दो प्रकार के संगणकों से बनता है-
(i) ग्राहक (Client) जो सर्वरों (Servers) से आग्रह करता है।
(ii) सर्वर (Server) जो उन आग्रहों का परिकलन (Processing) किसी नियम (प्रोटोकाल) के अनुसार करता है। एक प्रोटोकोल नेटवर्क पर सम्प्रेषण के लिए कुछ नियमों का समूह (Set) होता है।
अन्तर्जाल या इण्टरनेट एक उन्नत (Advanced) सम्प्रेषण नेटवर्क है। यह सूचना और सम्प्रेषण अथवा संचार क्षेत्र की सबसे महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक है।
अन्तर्जाल या इण्टरनेट संगणकों का एक विश्वव्यापी नेटवर्क है जो एक सर्वसम्मति से स्वीकार्य सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु नियमों के माध्यम से सम्प्रेषण करता है। इसके द्वारा सूचनाओं के विभिन्न साधनों तक पहुँचा जा सकता है। सूचना के ये विभिन्न साधन-
(i) व्यक्तियों द्वारा।
(ii) विभिन्न संगठनों द्वारा।
सर्वरों (Servers) से नेटवर्क पर विश्वभर में व्यवस्थित होते हैं।
आजकल अन्तर्जाल या इण्टरनेट WWW बनाता है और सहस्रों सर्वरों को आपस में जोड़ता है। यह कार्य शिक्षण संस्थाओं, व्यापारिक घराने, औद्योगिक संगठन या विशेष रुचि वाले समूह या स्वयं व्यक्ति द्वारा किया जाता है। वेब के पन्ने या पृष्ठ विभिन्न प्रकार की सूचनाएँ प्रदान करते हैं।
अन्तर्जाल या इण्टरनेट की विशेषताएँ-
इस सम्बन्ध में निम्न बातें कही जा सकती हैं
(1) इसमें एक से बहु (One to many) प्रसारण सम्प्रेषण की बजाय बिन्दु से बिन्दु (Point to Point) तक सम्प्रेषण होता है।
(2) अन्तर्जाल या इण्टरनेट में आँकड़ों की भारी संख्या को खोजने की पूरी पूरी योग्यता होती है।
(3) प्रयोग करने वाला प्रत्यक्ष रूप से अन्य साधन अथवा स्रोत को चालू कर सकता है। ये साधन या स्रोत भूमण्डल (Globe) के दूसरी ओर हो सकते हैं। यह कार्य एक सर्वर से दूसरे सर्वर को जोड़कर किया जाता है। यहाँ प्रदर्शित शब्द को खट् या ध्वनित (Click) किया जाता है।
(4) अन्तर्जाल या इण्टरनेट भूमण्डलीय (Global) आधार पर अन्तःक्रियाओं के लिए किया जाता था, लेकिन वर्तमान समय में अनुसंधानकर्त्ता इसका प्रयोग समस्त (Inter-active) समुदाय का निर्माण करता है।
(5) शुरू-शुरू में अन्तर्जाल या इण्टरनेट का प्रयोग-
(i) तीव्र गति से सूचना का आदान-प्रदान ।
(ii) कम व्यय तथा
(iii) शोध के उद्देश्यों
के लिए किया जाता था, लेकिन वर्तमान समय में अनुसंधानकर्त्ता इसका प्रयोग समस्त विश्व में (a) मिलकर कार्य करने, (b) विचारों तथा निष्कर्षों का आदान-प्रदान करने के लिए कर रहे हैं। इतना ही नहीं, वे दूर रहते हुए भी संयुक्त प्रयोग कर रहे हैं।
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