पर्यावरण विधि (Environmental Law)

संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन | पृथ्वी सम्मेलन के दस्तावेज | एजेण्डा-21 | Agenda 21 in hindi

संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन
संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन

संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन | पृथ्वी सम्मेलन के दस्तावेज | एजेण्डा-21 | Agenda 21 in hindi

संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन | पृथ्वी सम्मेलन के दस्तावेज | एजेण्डा-21 | Agenda 21 in hindi – पर्यावरण एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन को पृथ्वी सम्मेलन के नाम से भी जाना जाता है। पृथ्वी सम्मेलन ब्राजील की राजधानी रिओ डि जेनेरिओ में हुआ। पृथ्वी सम्मेलन 3 जून, 1992 से प्रारंभ होकर 14 जून, 1992 तक चला था तथा इसमें 182 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। पृथ्वी सम्मेलन में दो दस्तावेज स्वीकार किये गये थे। प्रथम एजेण्डा-21 और दूसरा रिओ घोषणा।

(1) एजेण्डा-21 (Agenda-21)-

एजेण्डा-21 नौ सौ पृष्ठों का एक अन्तर्राष्ट्रीय दस्तावेज है जिसे सम्मेलन के 182 राज्यों के प्रतिनिधियों द्वारा सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया है। राज्य विधिक रूप से यद्यपि एजेण्डा से बाध्य नहीं है परन्तु उनके इसके प्रति गहरी राजनैतिक प्रतिबद्धता (Strong Political Commitments) अभिव्यक्त की गई है। राज्यों से यह अपेक्षा की गई है कि वे अपनी नीतियों एवं कार्यक्रमों को एजेण्डा-21 को ध्यान में रखकर बनाने का प्रयास करें।

जेण्डा-21 को सतत् विकास (Sustainable Development) की एक ऐसी व्यापक (Comprehensive) कार्य योजना कहा जा सकता है जिसमें पर्यावरण एवं विकास के बारे में भावी योजनाओं का उल्लेख किया गया है। यह एजेण्डा पारिस्थितिक विनाश (Echological Destruction) एवं आर्थिक असमानता (Economic Inequality) दूर करने के लिये कार्यक्रमों का उल्लेख करता है। एजेण्डा-21 निम्नलिखित विषयों पर जोर देता है-

(i) गरीबी (Poverty),

(ii) स्वास्थ्य (Health),

(iii) वित्तीय संसाधन (Financial Resources),

(iv) उपभोग के ढंग (Consumption Patterns),

(v) मानवीय व्यवस्थापन (Human Settlement) और.

(vi) प्रौद्योगिकीय अन्तरण (Techonological Transfer)।

उपर्युक्त विषयों के अतिरिक्त एजेण्डा-21 ऊर्जा (Energy) जलवायु तथा पर्यावरण एवं विकास से सम्बन्धित कुछ अन्य विषयों को भी शामिल करता है।

सतत् विकास पर आयोग (Commission on Sustainable Development)-

पृथ्वी शिखर सम्मेलन 1992 द्वारा जो “एजेण्डा 21″ स्वीकार किया गया था उसका अनुपालन सुनिश्चित करने के लिये 22 दिसम्बर 1992 को संयुक्त राष्ट्र सभा द्वारा एक आयोग स्थापित करने के प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया। इस आयोग को सतत् विकास पर आयोग के नाम से जाना जाता है। इस आयोग में सदस्यों की संख्या 53 होगी। आर्थिक एवं सामाजिक परिषद् द्वारा 12 फरवरी 1993 को 53 सदस्यीय औपचारिक सतत् विकास पर आयोग स्थापित कर दिया गया। इस आयोग ने मई 1993 से कार्य करना शुरू कर है।

(2) रिओ-घोषणा (Rio-Declaration)-

रिओ-घोषणा या पृथ्वी चार्टर को अपनाया जाना पृथ्वी सम्मेलन की एक महान उपलब्धि कहा जा सकता है। पर्यावरण के क्षेत्र में इसे एक मील का पत्थर कहना अतिशयोक्ति न होगा। इस घोषणा को पृथ्वी सम्मेलन में इसलिये अपनाया गया ताकि राज्यों के मध्य नये स्तर के सहयोग के माध्यम से नई एवं साम्यिक विश्व स्तरीय व्यवस्था स्थापित हो सके।

यहां यह उल्लेखनीय है कि प्रारम्भ में अमेरिका रियो-घोषणा से सहमत नहीं था परन्तु बाद में उसके द्वारा भी इस घोषणा पर हस्ताक्षर कर दिये गये। इस घोषणा पर 182 राज्यों द्वारा हस्ताक्षर किये गये।

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