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संरचनात्मक आकलन के लाभ | Advantage of Formative Assessment in Hindi

संरचनात्मक आकलन के लाभ
संरचनात्मक आकलन के लाभ

अनुक्रम (Contents)

संरचनात्मक आकलन के लाभ (Advantage of Formative Assessment)

संरचनात्मक आकलन के लाभ- विभिन्न अध्ययनों से ज्ञात होता है कि संरचनात्मक आकलन किस प्रकार जीवन पर्यन्त अधिगम के लक्ष्यों को बढ़ावा देता है, जिसमें विद्यार्थियों की उच्चस्तरीय उपलब्धि, विद्यार्थियों के परिणामों की समानता और अधिगम के लिए अधिगम सम्मिलित हैं । निम्नांकित पंक्तियों में इनका वर्णन किया गया है-

1. जीवनपर्यन्त अधिगम के लक्ष्यों को प्राप्त करना (Meeting goals for Lifelong Learning)- राज्य और केन्द्रीय सरकारें संरचनात्मक आंकलन को बढ़ावा दे रही हैं वे जहाँ संरचनात्मक आंकलन अपनाया गया है, वहाँ निष्पादन और उपलब्धि के स्तर के बढ़ने के मात्रात्मक और गुणात्मक साक्ष्यों तथा विविध प्रकार के विद्यार्थियों के समग्र की माँगों को पूरा करने में अध्यापकों के सक्षम होने से अभिप्रेरित है अध्यापक जो संरचनात्मक आंकलन उपागम का प्रयोग कर रहे हैं वे विद्यार्थियों को अपने स्वयं के विकास के लिए ‘अधिगम के अधिगम’ कौशल में निर्देशन दे रहे हैं, कौशल जो अनिवार्य है, क्योंकि सूचना समाज में ज्ञान तीव्रता से Outdated हो रहा है।

2. उच्च निष्पादन को बढ़ावा देना-विद्यार्थियों की उपलब्धि स्तर उठाना (Promoting High Performance: Raising Levels of Student Achievement)- संरचनात्मक आंकलन विधियाँ विद्यार्थियों की उपलब्धि का सम्पूर्ण स्तर उठाने में महत्त्वपूर्ण हैं। संरचनात्मक आंकलन पर मात्रात्मक और गुणात्मक शोधों ने यह दर्शाता है कि यह उच्च निष्पादन को बढ़ावा देने के लिए कदाचित सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण हस्तक्षेप है। इस सम्बन्ध में ब्लेक और विलियम ने लिखा है-

“……….. formative assessment does improve learning. The gains in achievement appear to be quite considerable and as noted earlier, among the largest ever reported for educational interventions. As an illustration of just how big these gains are an effect size of 0.7, if it could be achieved on a nation wide scale, would be equipment to raising the mathematics attainment score of an ‘average’ country like England, Newzealand or the United States in to the ‘top five’ after the Pacific Rim countries of Singapore, Korea, Japan and Hong Kong.”

यह निष्कर्ष प्रभावकारी अध्यापन, अधिगम और आंकलन के क्षेत्र में और शोध के लिए गहरी नींव डालते हैं।

3. उच्च समानता को बढ़ावा देना- सबके लिए शिक्षा (Promoting High Equity : Education for All) – ‘What works का अध्ययन इस विचार का समर्थन करता है कि संरचनात्मक आंकलन विधियाँ विद्यार्थियों के परिणामों में अधिक समानता उत्पन्न करने में सहायता पहुँचा सकती हैं। यद्यपि ब्लेक और विलियम का मानना है कि संरचनावादी आंकलन की प्रभावकता अवस्तर उपलब्धक विद्यार्थियों के सन्दर्भ में या उनकी प्रजाति, वर्ण या लिंग के सम्बन्ध में अभी और शोध की आवश्यकता है। पर यहाँ यह ध्यान रखना चाहिए कि जिन विद्यालयों में संरचनात्मक आंकलन को अपना गया वहाँ सुविधावंचित विद्यार्थी ‘असफलता’ से आदर्श वर्ग में पहुँच गए। जिन विद्यालयों में विशेषरूप से अवस्तर उपलब्धकों के कार्यक्रमों पर ध्यान दिया गया वहाँ सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुये हैं। व्यक्ति अध्ययन विद्यालयों में संरचनावादी आंकलन का प्रयोग यह ज्ञात करने के लिए किया कि विषय विशेष के विद्यार्थियों की उपलब्धि में भिन्नता के लिए कौन-से कारक उत्तरदायी हैं, और उन कारकों को दूर करने के लिए प्रयास किए। इस प्रकार के उपागम उन प्रारूपों को विचलित करते हैं जिनकी मान्यता है कि सभी विद्यार्थियों को एक-सी शिक्षा दी जानी चाहिए। वास्तव में अध्यापकों को अपनी विधियों का व्यनुकूलन व्यक्तिगत, सांस्कृतिक आदि बच्चों में भाषायी भिन्नता को ध्यान में रखकर करना चाहिए।

4. विद्यार्थियों में अधिगम के लिए अधिगम कौशल को विकसित करना (Building Students’ Skills for Learning to Learn)- संरचनात्मक आंकलन विद्यार्थियों में अधिगम से अधिगम के कौशल को निम्नांकित रूप में निर्मित करता है-

अध्यापन और अधिगम की प्रक्रिया पर बल देकर और विद्यार्थियों को सक्रिय रूप से इस प्रक्रिया में सन्निहित करके।

विद्यार्थियों में स्वयं और साथियों के आंकलन का कौशल विकसित कर। विद्यार्थियों को अपने स्वयं के अधिगम को समझने में सहायता कर और अधिगम के लिए अधिगम की उपयुक्त रणनीति विकसित कर।

विद्यार्थी जो सक्रिय रूप से नवीन प्रत्ययों की अपनी समझ विकसित कर रहे हैं. (न कि सूचनाओं को केवल आत्मसात करने में) और जिन्होंने विविध रणनीतियाँ विकसित कर ली हैं जिससे उन्हें नवीन विचारों को वृहद सन्दर्भों में रखने की सामर्थ्य मिलती है और वे अपनी तथा अपने साथियों के कार्य की गुणवत्ता को भली प्रकार परिभाषित अधिगम लक्ष्यों और कसौटियों पर निर्णय लेना सीखते हैं तथा अपने जीवन पर्यन्त अधिगम के लिए मूल्यवान कौशल विकसित करते हैं।

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