कर बचाव एवं कर अपवंचन में अन्तर बताइए|
कर बचाव एवं कर अपवंचन में अन्तर निम्नलिखित है-
कर बचाव क्या है?
कर बचाव (Tax Avoidance)- जब कोई करदाता कानूनी प्रावधानों का पालन करते हुए कर कानूनों की कमियों एवं कमजोरियों का लाभ उठाकर अपने कर भार में कमी कर लेता है तो उसे कर बचाव कहते हैं। जब सरकार को इन कमियों से होने वाली कर चोरी का पता चलता है, वह कानून और नियमों में संशोधन करके इसे रोकने का प्रयास करती है। कर बचाव किसी व्यक्ति के व्यापारिक एवं व्यावसायिक कार्यों को इस प्रकार व्यवस्थित करने की विधि है जिससे कि कर दायित्व विभाजित हो जाये। यह विधि न तो अवैधानिक है और न ही प्रतिबन्धित है।
कर बचाव की विशेषताएँ (Features of Tax Avoidance)
कर बचाव की विशेषताएँ या लक्षण निम्नलिखित हैं –
1. कर बचाव में कर कानून सम्बन्धी नियमों एवं प्रावधानों का पालन किया जाता है।
2. इसमें कर कानून की कमियों का लाभ उठाकर कर भार को कम किया जाता हैं।
3. कर बचाव स्थायी नहीं होता हैं।
4. सर्वोच्च न्यायालय की दृष्टि में कर बचाव अवैधानिक या गैर कानूनी है।
5. करें बचाव व्यक्ति, समाज तथा राष्ट्र के हित में नहीं है।
कर अपवंचन (Tax Evasion in Hindi )
कर अपवंचन (Tax Evasion)– जब कोई करदाता कर कानून सम्बन्धी नियमों तथा प्रावधानों का पालन नहीं करता है और अपने कर भार को कम कर लेता है तो इसे कर अपवंचन कहते हैं। यह अवैधानिक है। कर अपवंचन कर की जानबूझकर की गई चोरी है। जो करदाता कर अपवंचन के दोषी होते हैं उन्हें आर्थिक दण्ड एवं कारावास की सजा दी जा सकती है। कर अपचन को कर वंचना भी कहते हैं।
इसे भी पढ़े…
कर से बचाव और कर अपवंचन/कर चोरी के बीच अंतर
कर बचाव |
कर अपवंचन |
कर बचाव वैधानिक है। | कर अपवंचन अवैधानिक है। |
कर बचाव दण्डनीय नहीं है। | कर अपवंचन दण्डनीय है। |
इसमें कर कानून की जानकारी एवं योग्यता की आवश्यकता होती है। |
इसमें कर बचाने के लिये योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है। |
कर बचाव अनैतिक कार्य है। | कर अपवंचन कर कानून के नियमों का उल्लंघन करके किया जाता है। |
कर बचाव कर कानून के नियमों का पालन करके किया जाता है। | कर अपवंचन में करदाता की सम्पत्ति को जब्त किया जा सकता है। |
कर बचाव में करदाता की सम्पत्ति को जब्त नहीं किया जा सकता है। | कर अपवंचन निन्दनीय कार्य है। |
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