सूचना एवं संचार तकनीकी के क्षेत्र (Scope of Information and Communication Technology)
सूचना एवं संचार तकनीकी का क्षेत्र अत्यंत व्यापक है। मानव जीवन से संबंधित सभी क्षेत्रों में सूचना एवं संचार तकनीकी के उपादेयता है। इससे सम्बंधित प्रमुख क्षेत्र निम्न है-
शिक्षा- शिक्षा से सम्बंधित सभी आयामों में सूचना एवं संचार तकनीकी का महत्व है। शिक्षण, अधिगम, सम्प्रेषण, मापन व मूल्यांकन, प्रस्तुतीकरण, शोध, प्रकाशन, प्रसारण, शैक्षिक आकड़ों के संकलन ब विश्लेषण, शिक्षण विधियों, प्रविधियों व युक्तियों के विकास आदि सभी क्षेत्रों में सूचना एवं संचार तकनीकी की उपादेयता है। दूरस्थ शिक्षा में समाज व अधिगमकर्ता के अनुकूल शैक्षिक योजनाओं के नियोजन एवं प्रतुस्तीकरण में सूचना एवं संचार तकनीकी का
अत्यंत प्रभावकारी महत्व है।
व्यवसाय- वर्तमान में व्यापार व व्यवसाय का क्षेत्र ऐसा है जहाँ प्रत्येक स्तर पर सूचना एवं संचार तकनीकी की आवश्यकता है। आज क्रेता और विक्रेता दोनों आधुनिक संचार संसाधनों के माध्यम से एक स्थान से ही वस्तुओं का क्रय व विक्रय कैशलेस माध्यमों से कर रहे है। इसके अतिरिक्त अनगिनत वेब-आधारित ऑनलाइन ट्रेडिंग फॉर्म स्थापित हो गई हैं जो सस्ते व गुणवत्तापूर्ण उत्पाद लोगों के घर तक पहुँचा रही है।
चिकित्सा – चिकित्सा के क्षेत्र में हुए तकनीकी विकास ने जीवन जीने की औसत आयु को एक नए शिखर पर पहुँचा दिया है। आधुनिक चिकित्सकीय तकनीकियों ने अनेक बीमारियों का रामवाण उपाय खोज लिया है। विभिन्न चिकित्सकीय उपकरणों जैसे इन्डोस्कोप, सीटी स्कैन, एक्सरे, कार्डियोग्राफी, कीमोथैरेपी, अल्ट्रासाउंड, इको टेस्ट, ब्लडटेस्ट आदि के माध्यम से पूर्व जानकारी एवं उपचार कराया जा सकता है।
विज्ञान- विज्ञान क्षेत्र में हुए तकनीकी विकास ने न केवल अपने से सम्बंधित क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित किए अपितु अन्य सभी क्षेत्रों के लिए तकनीकी विकास का आधारभूत धरातल प्रदान किया। वैज्ञानिक तकनीकियों के कारण ही आज हम समयपूर्व विभिन्न मौसमी परिवर्तनों, खगोलीय घटनाओं, अतिवृष्टि, अनावृष्टि, तूफान, सुनामी आदि की जानकारी प्राप्त कर बचने व क्षति की सीमा को न्यून करने का प्रयास करते है। इसके अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों जैसे अंतरिक्ष विज्ञान, नैनोटेक्नोलॉजी, सैन्य विज्ञान, रक्षा क्षेत्र, अभियान्त्रिकी क्षेत्र, केमिकल इंडस्ट्री, फिल्म क्षेत्र आदि सूचना एवं संचार तकनीकी एक अभिन्न संभावना वाला क्षेत्र है। संचार क्षेत्र में हुई सूचना क्रांति ने इसके क्षेत्र को अत्यंत व्यापक एवं महत्वपूर्ण बना दिया है। मानव जीवन और उससे सम्बंधित सभी क्षेत्रों में सूचना एवं संचार तकनीकी की उपादेयता है।
सूचना एवं संचार तकनीकी के लाभ (Advantages of Information and Communication Technology)
सूचना एवं संचार तकनीकी के लाभों को निम्नलिखित बिन्दुओं में व्यक्त किया जा सकता है-
- शिक्षा की बढती हुई मांग की पूर्ति करने एवं विद्यार्थियों की शैक्षिक आवश्कताओं की पूर्ति करने में सूचना एवं संचार तकनीकी सहायक है।
- शैक्षिक, व्यावसायिक, आर्थिक व वैयक्तिक सूचनाओं को एक स्थान पर संगृहित करने एवं उपयोग में लाने में सहायक है। जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि डाटाबेस।
- सूचना एवं संचार तकनीकी द्वारा विद्यार्थियों को उनकी योग्यतानुसार पाठ्य-सामग्री को बोधगम्य बना कर अधिगम कराने में सहायक है।
- सूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को सरल, सुबोध एवं सुगम बनाने में
सहायक है। - सूचना एवं संचार तकनीकी शिक्षा के सभी माध्यमों में जैसे – औपचारिक, अनौपचारिक तथा निरौपचारिक आदि में तकनीकी के विविध माध्यमों उपयोगी एवं सहायक है।
- सूचना एवं संचार तकनीकी दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र को अत्यंत महत्वपूर्ण एवं सहायक है।
- सूचना एवं संचार तकनीकी का बहुआयामी प्रयोग सभी प्रकार के शैक्षिक एवं व्यावसायिक प्रशिक्षणों को प्रदान करने में है।
- सूचना एवं संचार तकनीकी द्वारा अधिगम को चिरस्थायी व अवधान को केंद्रीयकृत करने में लाभप्रद है तथा जन साधारण को सामान्य शिक्षा प्रदान करने तथा जन जागरूकता व चेतना के विकास में अत्यंत उपयोगी है।
- सूचना एवं संचार तकनीकी के माध्यम से नवीन जानकारी, शैक्षिक जगत में हो रहे परिवर्तनों तथा किसी भी विषय की प्रमाणिक जानकारी आसानी से सुर्वसुलभ कराने में सहायक है।
- सूचना एवं संचार तकनीकी ग्रामीण एवं सुदूर दुर्गम व पिछड़े क्षेत्रों को राष्ट्रीय नेटवर्क से जोड़ने में सहायक है। यह तकनीकी दैनिक जीवन के विविध कार्यों जैसे-बैंक संबंधी कार्य, व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि व जमीन व सम्पति संबंधी कार्य आदि में पूर्ण भूमिका है।
- इस तकनीकी के माध्यम से वैज्ञानिक शोधों तकनीकी उपकरणों के विश्लेषण के आधार पर भविष्यवाणी की जा सकती है या पूर्वानुमान लगाया जा सकता है। जैसे- विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं (आंधी, तूफान, सूखा व मौसम संबंधी आकस्मिक परिवर्तनों) तथा असाध्य बिमारियों की जानकारी एवं बचाव के उपाय।
सूचना एवं संचार तकनीकी के साधन (Tools of Information and Communication Technology)
सूचना एवं संचार तकनीकी के साधनों के माध्यम से शैक्षिक प्रक्रिया व अधिगम को अधिक प्रभावशाली एवं ग्रापूर्ण बनाया जा सकता है। शिक्षा के क्षेत्र में निम्नलिखित तकनीकी युक्तियों को प्रयोग में लाया जा सकता है-
- अचल चित्र एवं ग्राफ़िक्स
- प्रोजेक्शन युक्ति जैसे स्लाइड एवं फिल्मस्ट्रिप प्रोजेक्टर्स
- फिल्मस्ट्रिपस एंड फिल्म स्लाइड्स
- अपारदर्शी प्रोजेक्टर, ओवरहेड प्रोजेक्टर्स एवं एलसीडी प्रोजेक्टर्स
- आडियोटेपस, सीडी प्लेयर, टेलीविज़न एंड रेडियो
- फिल्म एंड वीडियो एजुकेशनल ब्राडकास्टिंग
- इलेक्ट्रोनिक मेल एंड सोशल साइट प्लेटफार्म
- टेलीकांफ्रेंसिंग
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
- सटेलाइट्स, कंप्यूटर्स, टेबलेट्स , लैपटॉप्स, स्मार्ट मोबाइल्स आदि
- शिक्षण मशीन एवं अन्य द्रश्य-श्रव्य उपकरण एवं सामग्री आदि।
- एजुकेशनल एप्स, गेम्स एवं एजुकेशनल सॉफ्टवेयर आदि।
- कैमरा, रिकॉर्डर एवं माइक्रोफोन
- मल्टीमीडिया, वाइट एंड डिजिटल बोर्ड्स।
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