अपकृत्य विधि (Law of Tort)

स्वतन्त्र अपकृत्यकर्ता किसे कहते हैं? What is separate tort feasors?

स्वतन्त्र अपकृत्यकर्ता किसे कहते हैं? What is separate tort feasors?
स्वतन्त्र अपकृत्यकर्ता किसे कहते हैं? What is separate tort feasors?

स्वतन्त्र अपकृत्यकर्ता किसे कहते हैं? What is separate tort feasors?

जब दो या दो से अधिक व्यक्तियों का कार्य, जबकि वे स्वतन्त्र रूप से उस कार्य को कर रहे हों, किसी एक क्षति को उत्पन्न करने के लिए संवर्तित होता है, तब ऐसे व्यक्तियों को स्वतन्त्र अपकृत्यकर्ता की संज्ञा दी जाती है। ऐसे अपकृत्यकर्ताओं द्वारा पूर्व विचार-विमर्श के बाद कार्य नहीं किया जाता उसके कार्यों के अभिकल्प में केवल समानता रहती है, किन्तु वे एक दूसरे से पूर्णतः स्वतन्त्र रहकर उस कार्य को सम्पादित करते हैं। उदाहरण के लिए दो मोटर चालक असावधानी से मोटर चलाते हुए एक दूसरे की विपक्ष दिशा में से आते हैं, और आपस में उनकी भिड़न्त हो जाती है, इन दोनों के बीच में एक पदयात्री कुचल कर मारा जाता है। ये मोटर-चालक स्वतन्त्र अपकृत्यकर्ता हैं।

स्वतन्त्र अपकृत्यकर्ताओं का दायित्व संयुक्त न होकर एक-दूसरे से पूर्णतः पृथक् होता है, अतः जितने अपकृत्यकर्ता होते हैं, उतने ही कार्यवाही के आधार होते हैं। इसके अतिरिक्त यह धारित किया गया कि चूँकि ऐसे मामलों में हर अपकृत्यकर्ता स्वतन्त्र रूप से उत्तरदायी होता है, अतः एक अपकृत्यकर्ता के विपरीत की गई कार्यवाही दूसरे अपकृत्यकर्ता के विपरीत कार्यवाही करने में बाधक नहीं बनती।

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