अपकृत्य विधि (Law of Tort)

सेवक और स्वतन्त्र ठेकेदार में अन्तर

सेवक और स्वतन्त्र ठेकेदार में अन्तर Differentiate between servant and independent contractor

सेवक वह अभिकर्ता होता है, जो किये जाने वाले कार्य करने के ढंग के सन्दर्भ में अपने नियोजक के नियन्त्रण (Control) और पर्यवेक्षण (Supervision) के अधीन होता है। कोई स्वतन्त्र ठेकेदार इस तरह के किसी भी नियन्त्रण या पर्यवेक्षण के अधीन नहीं होता। ऐसा ठेकेदार कुछ कार्यों को करने का भार अपने हाथ में लेता है, और कार्य करने के ढंग के विषय में वह स्वयं अपना विवेक प्रयुक्त करता है, और इस निमित्त वह स्वयं अपना स्वामी है। स्वतन्त्र ठेकेदार वह होता है, जो किसी निश्चित प्रतिफल को उत्पन्न करने का कार्य अपने हाथ में लेता है, परन्तु उस कार्य के वास्तविक सम्पादन में वह उस व्यक्ति के अधीन रहकर कार्य नहीं करता, जिसके लिए वह कार्य करता है, और ऐसी बातों पर वह स्वयं अपने विवेक का प्रयोग करता है, जो संविदा के अन्तर्गत विनिर्दिष्ट नहीं की गई है” मेरा कार-चालक मेरा सेवक है। यदि वह उपेक्षापूर्ण ढंग से किसी को टोकर मार देता है, तो मैं उसके लिए उत्तरदायी हूँ। परन्तु, यदि मैं रेलवे स्टेशन जाने के लिए एक मी किराये पर लेता हूँ और टैक्सी चालक उपेक्षापूर्ण रीति से किसी को क्षतिग्रस्त कर देता है, ठेकेदार है। ऐसी क्षति के लिए अकेला टैक्सी-चालक ही उत्तरदायी होगा। टार में उसके लिए उत्तरदायी नहीं हूँ, क्योंकि टैक्सी-चालक मेरा सेवक नहीं है, वह एक स्वतन्त्र ठेकेदार है। ऐसी क्षति के लिए अकेला टैक्सी-चालक ही उत्तरदायी होगा।

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