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भूमिका निर्वहन विधि | भूमिका निर्वहन विधि के लाभ | भूमिका निर्दहन विधि की सीमाएँ

भूमिका निर्वहन विधि
भूमिका निर्वहन विधि

भूमिका निर्वहन विधि (Role-Playing Method)

यह विधि अभिनय आधारित शिक्षण है। इसका प्रयोग विशेष रूप से प्रशिक्षण संस्थाओं में किया जाता है। इसका सम्बन्ध ज्ञानात्मक एवं सामाजिक कौशल के विकास से है। इसके द्वारा छात्रों की रुचि, अभिरुचि तथा अभिवृत्ति में परिवर्तन किया जा सकता है। इसमें छात्र स्वयं करने से अधिक से अधिक सीख पाते हैं। वास्तविक कक्षा-शिक्षण से पूर्व उन्हें अभ्यास का समय दिया जाता है। तत्काल पृष्ठपोषण प्राप्त होता है जिससे त्वरित सुधार सम्भव है।

भूमिका निर्वहन विधि के लाभ (Advantages of Role Playing Method)

(1) इसके प्रयोग से छात्र अपनी क्रियाओं के विश्लेषण, संश्लेषण तथा मूल्यांकन को समझ सकता है।

(2) छात्रों को अपनी भावनाओं एवं संवेगों को प्रकट करने का पूरा समय प्राप्त होता है।

(3) इसके प्रयोग से छात्रों का मनोरंजन तो होता है साथ-साथ उनकी अभिवृत्तियों में परिवर्तन तथा विकास होता है।

(4) इसके प्रयोग से वांछित उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सकता है।

(5) इसका प्रयोग छोटी कक्षाओं में भी किया जा सकता है। इसके द्वारा निम्न एवं मध्यम स्तर का ज्ञान, बोध एवं प्रयोग की क्षमता को विकसित किया जा सकता है।

भूमिका निर्दहन विधि की सीमाएँ (Limitations of Role Playing Method)

(1) इसमें प्रयोग वाला वातावरण बनावटी होता है तथा छात्राध्यापक इसको वास्तविक रूप नहीं प्रदान कर पाते।

(2) यह एक औपचारिक विधि है तथा सामाजिक कौशलों के विकास तक ही सीमित होती

(3) इस विधि को सामान्य शिक्षक व्यवहार के लिए तो प्रयोग कर सकते हैं किन्तु विशिष्ट शिक्षण कौशलों के विकास में यह सफल नहीं हो पाती है।

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