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अध्यापक वचनबद्धता से आपका क्या अभिप्राय है? | वचनबद्धता के आयाम

अध्यापक वचनबद्धता से आपका क्या अभिप्राय है
अध्यापक वचनबद्धता से आपका क्या अभिप्राय है

अध्यापक वचनबद्धता से आपका क्या अभिप्राय है?

अध्यापक वचनबद्धता- अध्यापक वचनबद्धता से पूर्व वचनबद्धता को समझ लेना जरूरी है। वचनबद्धता को इस प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है।

वचनबद्धता- इसका तात्पर्य होता है अपने कर्त्तव्य का बोध एवं उसकी अनुपालना। इस प्रकार से अध्यापक वचनबद्धता से प्रयोजन होता है कि अध्यापक होने के नाते हमारे क्या कर्त्तव्य है तथा उनकी अनुपालना हमे किस हद तक करनी चाहिए।

वचनबद्धता का अर्थ- रविन्द्र देव, वचनबद्धता एक भावात्मक तत्व है, वचनबद्धता व्यक्ति को स्वयं अपने कर्त्तव्यों को निभाने के लिए भी सत्कार्य को करने की आंतरिक प्रेरणा है।

वचनबद्धता के आयाम

(1) विद्यालय के प्रति वचनबद्धता:- अध्यापक का दायित्व सभी को समान शैक्षिक अवसर प्रदान करना होता है। सामाजिक रूप से पिछड़े छात्रों को विशेष अवसर प्रदान करना उनका कर्त्तव्य होता है जिसे प्रकार छात्र के प्रति वचनबद्ध रहकर अध्यापक प्रशंसित होते है, ठीक उसी प्रकार विद्यालय के प्रति वचनबद्ध रहकर वे समाज और समुदाय के द्वारा सम्मानित भी हो सकते है। साक्षरता, सहयोग, जागरूकता, विकास, प्रोत्साहन, अधिगम, समर्थन, सामाजिक प्रतिभागिता, शिक्षा के प्रति वर्गों में आग्रह का संचार करना ऐसे अनेक कार्य है। जिनके माध्यम से वे विद्यालय के प्रति वचनबद्धता दिखाते हुए आदरणीय बन सकते है।

(2) शिक्षण कार्य के प्रति वचनबद्धता:- अध्यापक के चरित्र और व्यक्तित्व का प्रत्यक्ष प्रभाव छात्रों के मन-मस्तिष्क पर पड़ता है सीखने का विकास विद्यालय में होता है। यह तभी संभव है जब छात्र को यह प्रतीत हो कि अधिगम कष्टकारी न होकर आनन्ददायक अनुभव है। शिक्षण कार्य के प्रति वचनबद्ध अध्यापक ही अधिगम को सरल और रोचक बना सकता है। न केवल अपनी विषय वस्तु के प्रति प्रेम हो बल्कि अधिगमकर्त्ता भी प्रिय हो। अतः अध्यापक शिक्षण कार्य के प्रति वचनबद्ध रहकर भावी पीढ़ी का कुशलता से निर्माण कर सकता है और बालक को एक सुयोग्य नागरिक बना सकता है। छात्र के सम्मुख आदर्श प्रस्तुत करके वह छात्रों को बहुत कुछ सीखा सकता है।

( 3 ) शिक्षण व्यवसाय के प्रति वचनबद्धता:- यदि एक अध्यापक या अध्यापिका अपने व्यवसाय के प्रति गर्व का अनुभव करने वाला हो तथा आजीविकागत विकास के लिए आग्रही हो तो अवश्य ही इस दिशा में अपनी वचनबद्धता का परिचय दे सकता है। यदि अध्यापक स्वयं को वास्तविक राष्ट्र निर्माता के रूप में स्वीकार नहीं कर पाता है तो वचनबद्धता की कमी संभव है। एक वचनबद्ध अध्यापक अपने व्यवसायगत नैतिकता और कर्तव्य का अनुपालन करता है, चाहे उसे सामाजिक प्रतिदान मिले या न मिले। सह-कर्मियों के प्रति आदर, व्यवसायगत समृद्धि के लिए निरंतर सकारात्मक प्रयत्न, सादगीपूर्ण जीवन, मधुर व्यवहार और मूल्य परक आचरण व्यवसायगत मर्यादाओं का अनुपालन करने की क्षमता ही वचनबद्धता के लिए मूलाधार स्वरूप है।

( 4 ) कार्य समूह के प्रति वचनबद्धता:- अध्यापक को चाहिए कि वह अपने साथियों के साथ समानता का व्यवहार करें, वह अपने अधिकारियों के प्रति भी वचनबद्ध रहे। शिक्षक को सेवापूर्व व सेवाकालीन प्रशिक्षण शिविरो, सेमीनार में अपने व्यवसायगत उन्नति हेतु भाग लेना चाहिए। अपने साथियों, शिष्यों, संरक्षणों के प्रति कोई ऐसी बात कहने से बचना चाहिए जो गरिमा के विरूद्ध हो। शिक्षक को अपने साथियों व नियोक्ताओं या अधिकारी वर्ग को संस्था के अंदर व बाहर दोनो प्रकार से सहगामी क्रियाओं से सहयोग प्रदान करना और जिम्मेदारियों का कुशलता से निर्वहन किया जाना चाहिए।

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