भौतिक परिवर्तन एवं रासायनिक परिवर्तन में अन्तर
भौतिक परिवर्तन- ऐसे परिवर्तन जिसमें पदार्थ की अवस्था (Stage), रंग एवं आकृति आदि बाह्य गुण (External characters) बदल जाते हैं परन्तु पदार्थ की बनावट या संरचना (Structure) एवं भार नहीं बदलते अर्थात् नया पदार्थ नहीं बनता है। इसमें परिवर्तन का कारण हटाने पर पदार्थ अपनी पूर्व अवस्था में पुनः आ जाता है। इस प्रकार के परिवर्तन को भौतिक परिवर्तन (Physical changes) कहते हैं ।
भौतिक परिवर्तनों में ऊष्मा, वायु, प्रकाश, विलायक, विद्युत चुम्बक, ऊर्ध्वपालन, द्रवण तथा वाष्पन क्रियाएँ आती हैं।
रासायनिक परिवर्तन- ऐसे परिवर्तन (Changes) जिनमें पदार्थ की संरचना बदल जाती है और नये पदार्थ बन जाते हैं तथा इनके गुण सदैव मूल पदार्थ से भिन्न होते हैं और परिवर्तन का कारण हटा देने पर पदार्थ अपनी मूल अवस्था को प्राप्त नहीं होता अर्थात् यह परिवर्तन स्थायी होता है। ऐसे परिवर्तन को रासायनिक परिवर्तन कहते हैं।
रासायनिक परिवर्तनों के अन्तर्गत ऊष्मा, प्रकाश, विद्युत, विलयनों के माध्यम का सम्पर्क, रासायनिक बन्धुता, भंगुरता, जीवाणु तथा विलयों में गैसों का प्रवाह आदि हैं। पदार्थों के आधार पर किसी भी द्रव्य में रासायनिक परिवर्तन दृष्टिगोचर होता है।
भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन में अन्तर
भौतिक तथा रासायनिक परिवर्तन रसायन विज्ञान में बहुत महत्त्व रखते हैं। इसलिये इनके अन्तर का भली-भाँति ज्ञान होना नितान्त आवश्यक है। इनका तुलनात्मक अध्ययन अग्र प्रकार है-
भौतिक परिवर्तन (Physical Changes) | रासायनिक परिवर्तन (Chemical Changes) |
(1) भौतिक परिवर्तन में पदार्थ के भौतिक गुण अर्थात् रंग, अवस्था एवं आकृति आदि में परिवर्तन हो जाता है परन्तु उसकी रचना में कोई अन्तर नहीं आता । | (1) रासायनिक परिवर्तन में पदार्थ के भौतिक गुण अर्थात् रंग एवं अवस्था आदि सभी कुछ बदल जाते हैं और साथ ही पदार्थ की रचना भी पूर्ण रूप से बदल जाती है। |
(2) इसमें पदार्थ में कोई अन्तर नहीं आता। | (2) इसमें प्राय: पदार्थ का भार बदल जाता है । |
(3) यह परिवर्तन अस्थायी है। परिवर्तन का कारण हटा लेने पर पदार्थ अपनी मूल अवस्था में आ जाता है। | (3) यह परिवर्तन स्थायी है। परिवर्तन का कारण हटा लेने पर पदार्थ पुनः मूल अवस्था में नहीं आता। |
(4) कोई नवीन पदार्थ प्राप्त नहीं होता। | (4) एक नवीन पदार्थ प्राप्त होता है। |
(5) भौतिक परिवर्तन में न तो ऊष्मा उत्पन्न होती है और न शोषित होती है। | (5) रासायनिक परिवर्तन में या तो ऊष्मा उत्पन्न होती है अथवा शोषित होती है। |
(6) इसमें पदार्थ के संगठन में कोई परिवर्तन नहीं होता | (6) इसमें पदार्थ के संगठन में परिवर्तन हो जाता है। |
(7) इसमें वस्तु के भार में कोई अन्तर नहीं होता । | (7) इसमें वस्तु के भार में अन्तर नया पदार्थ बनने के कारण आता है। |
(8) भौतिक परिवर्तनों में ताप और विद्युत से वस्तु की रचना में कोई अन्तर नहीं आता । | (8) वस्तु की रचना में प्रकाश एवं विद्युत से परिवर्तन होता है। |
(9) दाब के प्रभाव से पदार्थों का केवल आकार एवं स्वरूप बदलता है। | (9) अधिक दाब पर नये पदार्थ बनते हैं; जैसे-नाइट्रोजन और हाइड्रोजन से अमोनिया । |
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