पर्यावरण का अर्थ
‘पर्यावरण’ शब्द की अवधारणा में किसी भौगोलिक क्षेत्र की प्रिय अथवा अप्रिय जलवायुवीय, जैविक-अजैविक व्यावहारिक अथवा अव्यावहारिक कृतृत्व-कर्म-अकर्म के परिणामी प्रभावों से उत्पन्न दशाओं की बहुव्यापकता के परिणामी प्रभावों से उत्पन्न दशाओं की बहुव्यापकता निहित है।
पर्यावरण की परिभाषा
पर्यावरण को निम्नांकित रूप में परिभाषित किया गया है-
(1) विश्वकोष (Encyclopedia) के अनुसार, “पर्यावरण के अन्तर्गत उन सभी दशाओं एवं प्रभावों को सम्मिलित किया जा सकता है, जो किसी जीव अथवा प्रजाति के उद्भव, विकास एवं मृत्यु को प्रभावित करते हैं।”
(2) ‘वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग’ भारत सरकार के अनुसार, “पर्यावरण चारों ओर की उन बाहरी दशाओं का सम्पूर्ण योग है, जिसके अन्दर एक जीव अथवा समुदाय रहता है अथवा कोई वस्तु उपस्थित रहती है।’
(3) एच. फिटिंग (H. Fitting) के शब्दों में, “जीवों के पारिस्थितिक कारकों का योग पर्यावरण है। “
(4) एम. जे. हर्सकोविट्ज (M. J. Harskovit) के मत में, “पर्यावरण उन सभी बाह्य दशाओं और प्रभावों का योग है, जो भू-पृष्ठ पर जैविक तत्त्वों के विकास-चक्र प्रभावित करते हैं । “
(5) गिस्बर्ट (Gisbirt) के मतानुसार, “पर्यावरण में उन सभी तत्त्वों को सम्मिलित किया जाता है, जो जैव स्वरूप अथवा वस्तु को निकट में घेरे होते हैं एवं उन्हें प्रत्यक्ष रूप से प्रभावि करते हैं। “
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