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कागज विहीन कक्षा-कक्ष, लाभ, चुनौतियाँ, प्रायोगिक कदम, विशेषताएँ

कागज विहीन कक्षा-कक्ष
कागज विहीन कक्षा-कक्ष

कागज विहीन कक्षा-कक्ष (Paperless Classroom)

कागज विहीन कक्षा-कक्ष में प्रत्येक अध्यापक को अपने शिक्षण कार्य को बेहतर बनाने की आवश्यकता है। इसे कक्षा-कक्ष में अधिकाधिक प्रभावी एवं संगठित करने की भी आवश्यकता है। छात्रों के लिए अधिक समय होता है एवं कागजी कार्य करने का उनके पास कम समय होता है। कागज विहीन कक्षा-कक्ष एक ऐसी अवधारणा है जो यदि विचारपूर्वक एवं सावधानी के साथ समायोजित किया जाय तो अपने शिक्षण कार्य एवं अपनी शिक्षण की इच्छाओं को सही रूप दे सकते हैं।

कागज विहीन कक्षा-कक्ष से लाभ (Benefit of Paperless Classroom)

कागज विहीन कक्षा-कक्ष के दो प्रमुख एवं प्रभावशाली लाभ हैं, जो निम्न हैं-

(i) कम-से-कम कीमत एवं

(ii) कम-से-कम समय

इससे अंतहीन मुद्रण, अधिक संख्या में अधिविन्यास (Assignment), गृहकार्य, पाठ्यक्रम एवं परीक्षाओं में थकान से बच सकते हैं। इसके द्वारा स्याही की कीमत, कागज की कीमत एवं रख-रखाव से बच सकते हैं। यही सब एक ऐसा पर्याप्त कारण है जिसने डिजिटल क्लास रूम की अवधारणा को कार्यान्वित करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।

इन महत्त्वपूर्ण लाभों के अतिरिक्त आपके स्कूल में अन्य ऐसे साधन हैं जो कागज विहीन कक्षा-कक्ष की आवश्यकता को पूरा करते है। कागज विहीन कार्यान्वयन अधिकाधिक पर्याप्त रूप से प्रवाहपूर्ण परिणाम दे सकता । कागज विहीन कक्षा-कक्ष का दूसरा बड़ा मूल्य क्लाउड आधारित आँकड़ों का संकलन है। वर्तमान समय में कम्प्यूटर पर अनेक प्रकार से कागज विहीन कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं इनमें क्लाउड कम्प्यूटिंग सिस्टम अधिक महत्त्वपूर्ण है। इसे अध्यापक विद्यार्थियों के आँकड़ों को देख सकता है वह उसके गृह कार्य को आसानी से निरीक्षण कर सकता है एवं अपनी पकड़ बनाये रख सकता है। विद्यार्थियों के आँकड़ों का गहन विश्लेषण यह प्रदर्शित करता है कि किस प्रकार एक विद्यार्थी अतिरिक्त समय में प्रगति कर सकता है।

डिजिटल कार्य समय को बचाते हैं और पर्यावरण को मित्रवत् बनाते हुए अत्यधिक व्यस्त रखते हैं। फ्लिप्ड क्लासरूम एवं ब्लेंडेड लर्निंग जैसे कुछ ऐसे उदाहरण एवं अवधारणाएँ हैं जो कागज विहीन तकनीकी को उन्नत करने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।

इससे विद्यार्थी अपने गृह कार्य को या एक समूह एसाइन्मेट (अधिविन्यास) द्वारा समस्याओं का निराकरण कर लेते हैं। एक अध्यापक के रूप में आप अपने अतिक्ति अधिविन्यास या एसाइमेनट को वास्तविक समय या निर्धारित समय से पूर्व कर सकते हैं। यह आपकी घरेलू संघर्षों में भी प्रायः सहयोग प्रदान करता है। विद्यार्थी इसके साथ संलग्न रहकर अत्यधिक आरम्भ का अनुभव करते हैं। डिजिटल खेल खेलना इसका प्रमुख उदाहरण है।

विद्यार्थी इस कार्य को वास्तविक अधिगम से अधिक रुचि के साथ एवं आनन्द तथा मजकिया रूप में पसंद करते हैं तथा इसमें अधिकाधिक रूप से जुड़े रहते हैं।

इसके अतिरिक्त डिजिटल आडियो-विजुअल फर्मेट जैसे कि वीडियो एवं स्क्रीन पर चलाये जाने वाले कार्यक्रम एक विमीय पठीय स्वरूप प्रदान करते हैं तथा वे इसके द्वारा सूचनाओं को संगृहीत कर परिभाषित करने में अत्यधिक रूप से इन मार्गों में संलग्न रहते हैं।

कागज विहीन कक्षा-कक्ष की चुनौतियाँ (Challenges of Paperless Classroom)

कोई पद्धति पूर्ण नहीं है। कुछ सामान्य चुनौतियाँ हैं जो कागज विहीन कक्ष को इसके विषय में सोचने के लिए आधार प्रस्तुत करती हैं-

(i) इसमें एक इण्टरनेट है एवं दूसरा डिवाइस है। इनमें से दोनों कीमती हैं। इसी के साथ कुछ ऐसे उपकरण हैं जो आपके क्लास को डिजिटल के रूप में रूपान्तरित कर देते हैं जबकि यह एक व्याख्यात्मक पद्धति है या एक साधारण रूप है जिसमें आपको पैसे के बारे में सोचना है आपको इसमें पैसा लगाना है आप इसके छिपे हुए कीमत के बारे में सोचिए।

(ii) दूसरी चुनौती है प्रशिक्षण का प्रश्न पद्धतियाँ या कम्प्यूटर पद्धतियाँ सीखने में एवं प्रयोग करने में अधिकाधिक रूप से सरल हो गयी हैं। यहाँ कुछ निश्चित आवर्तकाल है जिसमें आपको एक कार्य में उत्तीर्ण होना है। किसी उत्पाद को पूर्ण रूप से खरीदने के पूर्व एक अभ्यास का आवर्तकाल या डेमो वर्जन उपलब्ध होता है। इसके द्वारा हम एक उत्पाद को जो कि आरामदायक अनुभूति वाला नहीं है उसे हम खरीदने से मना कर सकते हैं।

(iii) अन्त में जो चुनौती है वह मानसिक स्थानापन्नता की चुनौती है। वर्षों से कुछ ऐसी आदतों का विकास हो चुका है जो कठिनता से भी नहीं छूटती है। अनेक समय के पुराने अध्यापक इण्टरनेट के युग में नहीं आ पाये हैं। उन्हें इन डिजिटल उपकरणों अथवा यंत्रों से परिचित कराना होगा। इससे वे छपे मुद्रित परीक्षा एवं हस्तलिखित कार्य, लालपेन से गृहकार्य में सुधार करने में कोई गलती नहीं करेंगे।

इसके परिणामस्वरूप वे भ्रमित एवं (Reluetant) रहते हैं। फिर भी युवा विद्यार्थी अन्वेषण अनुरूप उनके कठिन बिन्दुओं या समस्याओं का तकनीकी के माध्यम से एवं उसकी व्याख्या के करके उनका सहयोग कर उनके समय को अत्यधिक प्रभावशाली बना सकते हैं।

कागज विहीन कक्षा-कक्ष के लिए प्रायोगिक कदम (Practical Steps for Paperless Classroom)

कागज विहीन कक्षा-कक्ष के लिए प्रायोगिक कदम निम्नलिखित हैं-

(1) अपने डिजिटल सामग्री को संगृहीत किया जाय। कम्प्यूटर सिस्टम से जुड़े क्लाउड प्लेटफार्म जैसे गूगल ड्राइव या अपबाक्स ये सम्भवतया सबसे अच्छा समाधान है जिससे अपने सामग्री को संग्रह या एकत्र कर सकते हैं।

(2) डिजिटल पाठों या अधिन्यासों को क्रियान्वित किया जाय। विद्यार्थियों के विचार के वीडियो ट्यूटोरियल एवं अपनी व्याख्याओं के आडियो व्याख्यान बनाये जाने चाहिए।

टेक्स्ट ड्राइंग, इमेज एवं फाइलों को निर्मित कर उसे मनोरंजनात्मक अधिगम सामग्री के रूप में क्रियान्वित किया जाय।

(3) पाठों को डिजिटली वितरिण किया जाय यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपने पार्टी एवं अधिविन्यास (एसाइन्मेंट) को आसानी से वितरित कर सकते हैं। आप अपने सुरक्षित पाठों को पूरे कक्षा में एक बटन के क्लिक के माध्यम से सहभागिता कर सकते हैं।

(4) पूरे किये गये अधिन्यास को जैसा कि आपने उसे बाँट रखा है उसी रूप में संग्रह करे।

(5) अपने छात्रों के नायकत्व की प्रगति का जायजा लें।

(6) अभिभावकों के साथ जुड़े। विद्यार्थियों के ग्रेड को, पाठों को एवं अधिन्यास को अभिभावकों की जानकारी में रखें।

कागज विहीन कक्षा-कक्ष की विशेषताएँ (Characteristics of Paperless Classroom)

 कागज विहीन कक्षा-कक्ष की निम्न विशेषताएँ हैं-

(1) संचार- अध्यापक एक वांछित समय में विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को इसमें जोड़ने में सक्षम है।

(2) सम्मिलन- विद्यार्थी एक-दूसरे के साथ संगठित होकर सहयोगी भूमिका निभा सकते

(3) निर्माण- कागज विहीन कक्षा-कक्ष की प्रमुख विशेषता है कि उत्पाद को ऑनलाइन प्रदर्शित कर उसे अपने सहपाठियों के साथ साझा कर सकते हैं। गूगल एप एवं शक्तिशाली टूल्स द्वारा प्रपत्र को बना सकते हैं।

(4) प्रमाणीकरण- नये विषय-सूची को संसार में प्रदर्शित किया जा सकता है। इसे चारदीवारी के अतिरिक्त भी कक्षा-कक्ष में उपयोगी बनाया जा सकता है। इसे स्लाइडशेयर, शो केश के माध्यम से विद्यार्थियों या छात्रों को प्रदर्शित किया जा सकता है।

(5) ऑनलाइन- किसी महत्त्वपूर्ण साइट्स पर एक कक्षा की वेबसाइट्स द्वारा महान रूप से अवस्थिति को केन्द्रित किया जा सकता है।

(6) तीव्र अग्रिम व्यवस्थापन- कागज विहीन कक्षा-कक्ष में कम्प्यूटर के माध्यम से तीव्र अग्रिम व्यवस्थापन किया जा सकता है।

(7) सघन व्यवस्थापन- कागज विहीन कक्षा-कक्ष में व्यवस्थापन में सघनता का विकास होता

(8) व्यावहारिक क्रियाकलापों में संलग्न- कागज विहीन कक्षा-कक्ष में आपस स्थायित्व प्रदान करती है। क्विज की भाँति, फ्लैश कार्ड एवं वीडियो गेम्स आदि व्यावहारिक क्रियाकलापों में संलग्नता दर्शाते हैं।

(9) मीडिया उपकरण- संचार माध्यम द्वारा विषय-सूची को एवं विद्यार्थियों की प्रभावशीलता को सम्बद्ध किया जा सकता है।

(10) गृह कार्य में सहायक- विद्यार्थी गूगल डाक्यूमेंट द्वारा अपने गृहकार्य को डिजिटल के रूप में प्रदर्शित कर सकते हैं।

(11) पाठ एवं पाठ्यक्रम योजना- इसके द्वारा पाठ को एवं योजनाओं को आसानी से स्प्रेडशीट या डाक्यूमेंट के माध्यम से व्यक्त किया जा सकता है।

(12) प्रतिपुष्टि- इसके द्वारा प्रतिपुष्टि प्राप्त करने में सुगमता रहती है। अध्यापक, छात्र एवं अन्य लोग गूगल ड्राइव द्वारा प्रतिपुष्टि प्राप्त कर सकते हैं।

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