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दक्षिण अमेरिका में कृषि फसल | Agricultural crops in south America in Hindi

दक्षिण अमेरिका में कृषि फसल | Agricultural crops in south America in Hindi
दक्षिण अमेरिका में कृषि फसल | Agricultural crops in south America in Hindi

 दक्षिण अमेरिका में कृषि फसलों का वर्णन कीजिए। 

कृषि यहाँ के लोगों का प्रमुख व्यवसाय है जो लोगों को आजीविका प्रदान करती हैं। यह मानव की मूल जरूरतों को पूरा करती है। यह भोजन तथा वस्त्र प्रदान करती है।

भौतिक तथा आर्थिक कारक कृषि तत्वों को प्रभावित करते हैं। भौतिक तत्व मे धरातल, मिट्टी तथा जलवायु । सामाजिक आर्थिक तत्वों में भूमि व्यवस्था, यातायात के साधन, सिंचाई, फार्म तकनीकी का प्रयोग तथा माँग शामिल हैं।

दक्षिणी अमेरिका में विभिन्न फसलें पैदा की जाती है। इन फसलों में गेहूँ, मक्का, गन्ना, कहवा, कपास, चावल तथा सब्जियाँ आदि शामिल हैं।

गेहूँ- गेहूँ दक्षिणी अमेरिका की महत्वपूर्ण खाद्य फसल है। यहाँ अर्जेण्टीना सबसे बड़ा उत्पादक है। लगभग 4 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र पर गेहूँ का उत्पादन किया जाता है। इसका संकेन्द्रण गेहूँ के अर्द्ध-चन्द्राकार क्षेत्र में है जो पम्पास में रोजेरियो से बाहिया ब्लाँका तक है। यहां मन्द शीतकाल तथा गर्म ग्रीष्म ऋतु गेहूं के लिए आदर्श है। यहां वार्षिक वर्षा लगभग 30 इंच होती हैं। सूखा कम पड़ता है तथा धुंध बहुत कम होती है। समतल मैदान मशीनों के प्रयोग के अनुकूल है। रेल मार्ग गेहूँ को ब्यूनस आयर्स तथा ब्लाँका तटीय बन्दरगाहों तक यूरोप भेजने के लिए बड़ी सहायता करता है।

गेहूँ उरूग्वे, मध्यवर्ती चिली तथा दक्षिणी ब्राजील में भी पैदा किया जाता है।

मक्का- मक्का दक्षिणी अमेरिका की एक अन्य महत्वपूर्ण फसल है। इसका प्रयोग भोजन तथा पशु चारे के लिए किया जाता है।

अर्जेण्टीना दक्षिणी अमेरिका में मक्का का सबसे बड़ा उत्पादक है। यह देश की निर्यातक वस्तु है। मक्का उत्पादन मुख्यतः उत्तरी तथा पूर्वी पम्पास में किया जाता है। धरातल तथा आर्थिक तत्व भी मक्का उत्पादन के लिए अनुकूल है। वार्षिक वर्षा 28-40 इंच के मध्य होती है.. जो इस फसल के उत्पादन के लिए पर्याप्त है। गर्मियों में औसत तापमान है। बिजाई का समय नवम्बर से अप्रैल तक होता है सर्दियाँ मन्द होती हैं। वर्ष भर इसलिए मक्का का उपज काल है। उच्च ह्यूमस वाली काली मिट्टी मक्का की कृषि के लिए अनुकूल है। धरातल मन्द है। मशीनों का प्रयोग होता है। उच्च उपज के लिए उत्तम बीज प्रयोग में लाये जाते हैं। अर्जेण्टीना के मक्का की यूरोपीय बाजार में बहुत माँग हैं इसे पशुओं के चारे के रूप में प्रयोग किया जाता है तथा इसका औद्योगिक प्रयोग भी होता है। ब्राजील में देश के दक्षिण-पूर्वी भागों में मक्का की कृषि की जाती है।

कहवा- कहवा चाय के पश्चात् विश्व की दूसरी महत्वपूर्ण फसल है। कहवा का पौधा दक्षिणी इथोपिया के उच्च मैदानों का मूल पौधा है तथा इसे यह नाम काफा नामक उच्च प्रदेश से मिला है, जहाँ पर यह पाया गया था यहाँ से इस पौधे को विश्व के अन्य भागों में ले जाया गया। कहवा पौधों के फलों से प्राप्त बीजों से तैयार किया जाता है। यह पौधा 3-6 मीटर ऊँचा होता है। यह उत्तेजक पदार्थ है। यह अपने स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। इसलिए यह विश्व के विभिन्न देशों के लोगों का महत्वपूर्ण पेय पदार्थ बन गया है। कहवा उष्ण कटिबंधीय पौधा है। इसका भूमध्य रेखा से. 0°-28° उत्तर तथा 0° 30° दक्षिण में अधिक उत्पादन होता है।

दक्षिणी अमेरिका में ब्राजील कहवा का अधिक महतवपूर्ण उत्पादक क्षेत्र है यह कहवा उतपादन में विश्व में सबसे आगे है। यह विश्व का लगभग 1/3 भाग कहवा का उत्पादन करता हे। जलवायु, मिट्ठी, धरातल, रम इत्यादि भौतिक तथा आर्थिक तत्व कहवा उत्पादन के लिए अनुकूल हैं ब्राजील में दक्षिण-पूर्व में कहवा की कृषि होती है। कहवा के पौधे की सबसे पहली जानकारी 1774 ई. में हुई। 20वीं शताब्दी के आरम्भ में ब्राजील विश्व में सबसे बड़ा कहवा उत्पादक तथा निर्यातक बन गया। अधिकतर कहवा साओपालो तथा मिनास जिरास के प्रदेशों से प्राप्त होता है।

ब्राजील के पठार तथा पहाड़ियों की ढलानें कहवा उत्पादन के लिए उपयुक्त हैं। इन बड़े कहवा फार्मों को फैजेण्डा के नाम से जाना जाता है। कहवा उत्पादन क्षेत्र में भू-संरचना विषम है। लाल मिट्टी को टैरा रोसा कहते है। कहवा के बाग अटलांटिक महासागर के निकट है। यह चावल ब्राजील विश्व का लगभग 2 प्रतिशत और दक्षिण अमेरिका का 50 प्रतिशत से अधिक चावल का उत्पादन करता है। ब्राजील का औसत वार्षिक उत्पादन 100 लाख मीटरी टन से अधिक हैं। वेनेजुएला, इक्वेडोर, अर्जनटीना, युरूग्वे आदि देशों में भी चावल का उत्पादन होता है।

गन्ना – ब्राजील विश्व का बृहत्तम गन्ना उत्पादक देश है। विश्व के 25 प्रतिशत से अधिक और दक्षिणी अमेरिका के 80 प्रतिशत से अधिक गन्ने का उत्पादन ब्राजील में होता है। इसका वार्षिक उत्पादन लगभग 3400 लाख मीटरी टन है। गन्ने की कृषि मुख्यतः ब्राजील के पूर्वी तटीय भागों में की जाती है। कोलम्बिया और अर्जनटीना दक्षिणी अमेरिका के अन्य महत्वपूर्ण गन्ना उत्पादक देश है।

कोको- कोको उष्ण कटिबंधीय वर्षा वनों की प्रमुख उपज है। इसका वृक्ष वर्ष भर फ प्रदान करता है। इसके बीजों को सुखाकर कोको तैयार की जाती है जिसका उपयोग चाकलेट, वसा प्रधान पोषक पदार्थ बनाने आदि में किया जाता है। इसके वृक्ष को धूप से बचाने के लिए रबड़, आम, केला आदि वृक्षों की छाया में लगाया जाता है। दक्षिण अमेरिका में इक्वेडोर, कोलम्बिया, पेरू, वेनेजुएला आदि कोको के प्रमुख उत्पादक देश है। इन देशों द्वारा सम्मिलित रूप से विश्व के लगभग 7 प्रतिशत कोको का उत्पादन किया जाता है।

तम्बाकू- चीन और भारत के पश्चात् ब्राजील विश्व का तीसरा प्रमुख तम्बाकू उत्पादक देश है। ब्राजील विश्व के लगभग 9 प्रतिशत तम्बाकू का उत्पादन करता है। यहाँ बाहिया तथा रायोग्राण्डीडोसुल राज्य तम्बाकू के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है।

कपास- ब्राजील विश्व की लगभग 3 प्रतिशत और दक्षिणी अमेरिका की 50 प्रतिशत से अधिक कपास का उत्पादन करता है। अधिकांश उत्पादन पूर्वी तटवर्ती क्षेत्रों में होता है। उत्तर पूर्व में परनाम्बुको तथा बाहिया राज्यों में और दक्षिण में साओ पालो तथा मिनासजिरास राज्यों में कपास का उत्पादन होता है। अर्जनटीना; पेय, परागुए तथा कोलम्बिया कपास के लघु उत्पादक देश हैं।

अन्य फसलें- उपर्युक्त फसलें दक्षिणी अमेरिका में प्रमुख रूप से बनाया जाता है। इनके अतिरिक्त चाय, जूट, कच्ची रेशम, रबड़ आदि फसलों का उत्पादन भी थोड़ी-थोड़ी में विभिन्न देशों में किया जाता है।

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