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आर्थिक संवृद्धि एवं आर्थिक विकास में अन्तर | Economic Growth and Economic Development in Hindi

आर्थिक संवृद्धि एवं आर्थिक विकास में अन्तर
आर्थिक संवृद्धि एवं आर्थिक विकास में अन्तर

आर्थिक संवृद्धि एवं आर्थिक विकास में अन्तर

आर्थिक संवृद्धि

1. इसके अन्तर्गत संरचानात्मक परिवर्तन स्वाभाविक ढंग से लाये जाते है और वर्तमान संरचना को बनाये रखा जाता है।

2. इनके अन्तर्गत संसाधनों में क्रमिक परिवर्तनों के अनुरूप स्वाभाविक परिवर्तन होने दिये जाते हैं, जिनकी गति मन्द होती है।

3. इसमें पुराने सन्तुलन में यथासम्भव समायोजन स्थापित किये जाते है।

4. आर्थिक संवृद्धि स्वाभाविक एवं स्वंचलित परिवर्तनों की द्योतक होती है।

5. आर्थिक वृद्धि स्थैतिक साम्य का एक स्वरूप है।

6. आर्थिक वृद्धि का अर्थ है-उत्पादन में वृद्धि।

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आर्थिक विकास

1. इसके अन्तर्गत उत्पादन संरचना में परिवर्तन लाये जाते है।

2. इसके अन्तर्गत क्रान्तिकारी एवं आकस्मिक परिवर्तन किये जाते हैं, जिनकी गति तीव्र होती है।

3. इसके अन्तर्गत पुराने सन्तुलन को छिन्न-भिन्न करके नवीन सन्तुलन स्थापित किया जाता है।

4. आर्थिक विकास के अन्तर्गत एक स्थिर अर्थव्यवस्था को बाह्य प्ररेणा एवं सरकारी निर्देशन तथा नियन्त्रण द्वारा गतिशील किया जाता है।

5. आर्थिक विकास गतिशील साम्य का एक स्वरूप है।

6. आर्थिक विकास का अर्थ है-उत्पादन में वृद्धि प्रविधिक एवं संस्थागत परिवर्तन ।

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