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ई-पत्रिका या ई-मैगजीन का अर्थ तथा ई-पत्रिकाओं का योगदान

ई-पत्रिका या ई-मैगजीन का अर्थ
ई-पत्रिका या ई-मैगजीन का अर्थ

ई-पत्रिका या ई-मैगजीन का अर्थ 

ई-पत्रिका या ई-मैगजीन (E-Magazines) – प्रसिद्ध एवं उत्तम मैगजीन की विशेषता होती है कि वह छात्रों तथा सदस्यों को औद्योगिक विकास, समाचार, विश्व के घटनाक्रम की समय पर जानकारी उपलब्ध कराये और नियमित रूप से छात्रों को साक्षात्कार के बारे में बताते हैं तथा प्रतिभाशाली एवं सफल छात्रों, कर्मचारियों एवं सदस्यों के साक्षात्कार भी लेते रहते हैं। इसके अतिरिक्त यह उद्यम के बारे में, व्यापार के बारे में तथा पार्टनर और परिवर्तनों के सम्बन्ध में भी चर्चा करते रहते हैं। इस प्रकार ई-मैगज़ीन किसी उद्यम के विषय में बाजार में उसकी स्थिति के विषय में निरन्तर अवगत कराते रहते हैं। कुछ महत्त्वपूर्ण ई-मैगजीन निम्नलिखित हैं

(i) डबल एण्ट्री (Double Entries-CIMA is pleased to sponsor double entries and a news letter that forms part of the organization)

(ii) वेलोसिटी (Velocity-Our bimonthly e-magazine for CIMA students around the world)

(iii) रीच (Reach – The CPD e-news letter for members from the Malaysia division)

(iv) इनसाइट (Insight- Our monthly e-magazine for management accountants a cross globe)

(v) बॉटम लाइन साउथर्न अफ्रीका (Bottom Line Southern Africa-CIMA Southern Africa’s quarterly News letter)

(vi) बोटम लाइन हांगकांग (Bottom Line Hong Kong – Our quarterly news letter from the Hong Kong division)

(vii) सीजीमा न्यूजलेटर (CGMA Newa letter- A new weekly news letter featuring the best content from Cama.Com)

ई-पत्रिकाओं का योगदान-

ई-पत्रिकाओं का शिक्षा के प्रसार में निम्नलिखित योगदान या भूमिका हो सकती है-

(1) दैनिक समाचर-पत्र तथा साप्ताहिक-पत्र, पाक्षिक एवं मासिक पत्रिकाओं में भारत में शिक्षा तथा निरक्षरता का ब्यौरा रहता है। इसे देखकर निरक्षर वयस्कों तथा शिक्षित व्यक्तियों के मन में उन पत्र-पत्रिकाओं को पढ़ने तथा समझने की ललक उत्पन्न होती है।

(2) दूरदर्शन, आकाशवाणी, कम्प्यूटर संयंत्रों में शैक्षिक कार्यक्रम आते हैं। उन्हें देखकर शिक्षित समाज तथा शिक्षा के महत्त्व के विषय में जानकारी प्राप्त होती है।

(3) प्रायः अधिकांश लोगों को ई-समाचर-पत्र तथा ई-पत्रिकाओं के विषय में जानकारी नहीं रहती है, परन्तु जब वे इनको सुनते हैं, तो भूकम्प, बाढ़, दंगों, विद्यालयों, विश्वविद्यालयों के विषय में उनको जानकारी मिलती है तो उन्हें उत्तम शिक्षा ग्रहण करने की प्रेरणा मिलती है ।

(4) स्वास्थ्य बीमारियों, व्यक्तियों के उत्तम कार्यों आदि के विषय में भी समाचार मिलते हैं जो ज्ञान की वृद्धि करते हैं।

(5) धार्मिक, सांस्कृतिक, व्यावसायिक, समाज कल्याण की बातें आदि भी ई पत्रिकाओं से प्राप्त होती हैं। इस बहाने से पढ़े-लिखे लोग उनको समझने का प्रयास करते हैं।

(6) ई-पत्र-पत्रिकाओं से सम्प्रेषण तथा समाचार की प्रक्रिया होती है जिसके द्वारा व्यक्ति अपने विचारों को दूसरे व्यक्तियों तक पहुँचाते हैं। इससे एक ओर सम्प्रेषण व समाचार सरलता से प्राप्त हो जाता है, तो दूसरी ओर शिक्षा का प्रसार भी हो जाता है।

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