राजनीति विज्ञान / Political Science

प्लेटो की शिक्षा प्रणाली की विशेषताएँ (Features of Plato’s Education System)

प्लेटो की शिक्षा प्रणाली की विशेषताएँ

प्लेटो की शिक्षा प्रणाली की विशेषताएँ

प्लेटो की शिक्षा प्रणाली की विशेषताएँ

प्लेटो की शिक्षा प्रणाली की विशेषताएँ
(Features of Plato’s Education System)

प्लेटो की शिक्षा प्रणाली की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं :- चरित्र निर्माण पर बल, राज्य द्वारा नियन्त्रित तथा अनिवार्य शिक्षा, कला और साहित्य पर नियन्त्रण, स्त्री-पुरुष दोनों के लिए समान शिक्षा……..

1.  चरित्र निर्माण पर बल (Emphasis on Character building) : प्लेटो की शिक्षा का उद्देश्य नागरिकों को अच्छे या सद्गुणी बनाकर उन्हें राज्य के प्रति निःस्वार्थ सेवा की भावना जगाना है। प्लेटो शिक्षा को एक ऐसा विद्यात्मक साधन मानता है जो नागरिकों का चरित्र निर्माण करती है।

2.  राज्य द्वारा नियन्त्रित तथा अनिवार्य शिक्षा (State Controlled and Compulsory Education) : प्लेटो शिक्षा को व्यक्तिगत क्षेत्र में नहीं छोड़ना चाहता। वह शिक्षा पर राज्य के नियन्त्रण का पक्षधर है। प्लेटो का मानना है कि राज्य के नियन्त्रण के अभाव में शिक्षा व्यक्तिगत हितों की ही पोषक होगी, सामाजिक हितों की नहीं। प्लेटो ने शिक्षा प्राप्त करना प्रत्येक परिवार व व्यक्ति के लिए अनिवार्य कर दिया है। राज्य की ओर से शिक्षा की अनिवार्य व्यवस्था हो गई है।

3. कला और साहित्य पर नियन्त्रण (Strict Sensorship on Art and Literature) : प्लेटो काव्य और साहित्य पर कठोर नियन्त्रण का पक्षधर है। प्लेटो का उद्देश्य गन्दै साहित्य का निर्माण रोकना है। उसका उद्देश्य युवकों को बुरे रास्ते से हटाकर सद्मार्ग पर चलाना है ताकि वे अच्छे नागरिक बन सकें।

4. स्त्री-पुरुष दोनों के लिए समान शिक्षा (Equal Education for Both Men and Women) : प्लेटो की शिक्षा योजना स्त्री और पुरुष दोनों के लिए है। प्लेटो स्त्री-पुरुष में कोई स्वाभाविक अन्तर नहीं मानता है। वह इस दृष्टि से एथेन्स की शिक्षा प्रणाली का दोष दूर कर देता है क्योंकि उस समय एथेन्स में केवल पुरुषों को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार प्राप्त था। प्लेटो का विश्वास था कि स्त्रियाँ भी राज्य को शक्तिशाली बनाने में योगदान दे सकती हैं। इसलिए दोनों को समान व अनिवार्य शिक्षा मिलनी ही चाहिए।

5. शिक्षा राज्य के कर्तव्य के रूप में (Education as the main Function of the State) : अपने आदर्श राज्य में व्यक्ति को गुणी से सामाजिक बनाने के लिए शिक्षा को अनिवार्य माना है अर्थात् शिक्षा व्यक्ति तथा समाज दोनों का निर्माण करती है। अतः प्लेटो शिक्षा को निजी हाथों में न सौंपकर राज्य को सौंपता है। प्लेटो का उद्देश्य योजनाबद्ध तरीके से नागरिकों में कर्तव्यभावना पैदा करके उन्हें समाज के अनुरूप बनाना है। सेवाइन ने लिखा है- “ प्लेटो की राज्य नियन्त्रित शिक्षा प्रणाली एथेन्स की शैक्षणिक कार्यशैली का नया परिवर्तन था।”

6. शिक्षा मानसिक रोग का मानसिक उपचार है (Education is a Cure of Mental Malady by Mental Medicine): प्लेटो सारी बुराई की जड़ अज्ञानता को मानता है। उसका कहना है कि शिक्षा द्वारा ही बुराइयों का अन्त किया जा सकता है। शिक्षा व्यक्ति के स्वभाव को राज्य के उद्देश्य के अनुकूल बदलत सकती है। बार्कर के अनुसार- “शिक्षा मानसिक रोग के उपचार के लिए एक मानसिक औषधि है।” अर्थात् यह मानसिक रोग का मानसिक उपचार है।

7. नैतिक विकास पर बल (Emphasis on Moral Development) : प्लेटो की शिक्षा योजना ‘सद्गुण ही ज्ञान है’ के सिद्धान्त को स्वीकार करके व्यक्ति के नैतिक विकास की परिस्थितियाँ पैदा करती है। प्लेटो कला व साहित्य के ऐसे अंशों पर प्रतिबन्ध लगाने का पक्षधर है जो नागरिकों के नैतिक गुणों का हास करते हों।

8. सर्वांगीण विकास पर बल (Emphasis on All Round Development) : प्लेटो की शिक्षा प्रणाली व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक तीनों पक्षों के पूर्ण विकास पर बल देती है। प्लेटो की शिक्षा योजना व्यक्ति के प्रत्येक सद्गुण को विकसित करने का प्रयास करती है।

9. शिक्षा केवल उच्च वर्ग के लिए (Education Only for the Elite) : प्लेटो की शिक्षा प्रणाली में उत्पादक वर्ग के लिए शिक्षाका कोई पाठ्यक्रम ही नहीं है। प्लेटो की शिक्षा का मुख्य उद्देश्य राजनेताओं का निर्माण करना है जिससे आदर्श राज्य का सपना साकार हो सके। अतः प्लेटो संरक्षक वर्ग के लिए शिक्षा की व्यवस्था करने का पक्षपाती है।

10. शिक्षा योजना मनोवैज्ञानिक तत्वों पर आधारित है (Education System is based on Psychological Element): प्लेटो ने मानव स्वभाव की प्रवृत्तियों और आत्मा के तीन तत्त्वों के अनुकूल ही अपनी शिक्षा व्यवस्था को आधारित किया

11. शिक्षा का पाठ्यक्रम आयु-भेद व वर्ग-भेद पर आधारित (Curriculum of Education Based on Age and Class Difference) : प्लेटो ने शिक्षा प्रणाली के दो भाग किए हैं – प्राथमिक व उच्च शिक्षा। दोनो शिक्षा स्तरों का आधार आयु व वर्ग-भेद है। प्रारम्भिक शिक्षा नौजवानों के लिए जबकि उच्च शिक्षा प्रौढ़ावस्था का प्रशिक्षण है तथा शासक वर्ग का भी इसमें गणित, तर्क, दर्शन व विज्ञान का ज्ञान दिया जाता है।

12. प्लेटो की शिक्षा में सीखने की प्रक्रिया सरल से जटिल की ओर (The Process of Education from Simple to Difficult) : प्लेटो की शिक्षा व्यवस्था में पाठ्यक्रम सरलता से जटिलता की आरे बढ़ता है। शिक्षा के प्रारम्भिक स्तर पर संगीत, साहित्य, व्यायाम आदि सरल विषय पढ़ाए जाते हैं, परन्तु बीस वर्ष के बाद गणित, विज्ञान आदि कुछ जटिल विषय और अन्त में 30 वर्ष बाद द्वन्द्व व दर्शन का ज्ञान कराया जाता है।

13. शिक्षा आजीवन प्रक्रिया (Education is a Life Long Process) : प्लेटो की शिक्षा योजना जीवनपर्यन्त चलने वाली प्रक्रिया है। 35 वर्ष से 50 वर्ष तक मनुष्य दार्शनिक व व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करता है। उसके बाद अन्तिम सत्य की खोज करता है। अतःयह आजीवन प्रक्रिया है।

14. दार्शनिक शासक के लिए प्रशिक्षण (Training of Philosopher King) : प्लेटो की शिक्षा का उद्देश्य एक ऐसे दार्शनिक शासक का निर्माण करना है जो सर्वगुणसम्पन्न हो और सैनिक व उत्पादक वर्ग पर समाज हित में पूर्ण नियन्त्रण व सभी वर्गों में एकता व सामंजस्य कायम रख सके।

15. शिक्षा में गणित को महत्व (Importance of Mathematics in Education) : प्लेटो की शिक्षा योजना में सबसे अधिक महत्त्व गणित को दिया गया है। प्लेटो ने अपनी अकादमी के बाहर दरवाजे पर ये शब्द लिखे थे- “जिसे अंकगणित का ज्ञान नहीं, वह इसमें प्रवेश नहीं कर सकता।” अतः प्लेटो ने सर्वाधिक महत्त्व गणित को दिया है।

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